डेस्क खबर खुलेआम
जशपुर में कनिष्ठ व्याख्याता को विकासखंड शिक्षा अधिकारी का प्रभार जबकि जशपुर जिले में कई वरिष्ठ प्राचार्य और सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी के रहते हुए जुगाड़ तंत्र के अंतर्गत कनिष्ठ व्याख्याता को विकासखंड शिक्षा अधिकारी बनाया गया है जशपुर जिला में शिक्षा विभाग अपने ही नियमों को ही ताक में रखकर जहां एकमात्र व्याख्याता की पोस्टिंग है उसे भी व्याख्याता बना दिया गया है जशपुर जिले में सलंग्नीकरण चरम पर है जबकि शासन का सख्त निर्देश है कि संलग्निकरण समाप्त किया जाए। परन्तु शासन के आदेश कि धज्जिया उड़ाते हुए जशपुर जिला के प्रशासनिक अधिकारी आज भी अपनी मनमानी रवैया अपने हुए हैं।
पुरे मामले में माननीय उच्च न्यायालय बिलासपुर का स्पष्ट निर्देश है की व्याख्याता विकासखंड शिक्षा अधिकारी के लिए अपात्र है फिर भी इन्हें हटाने का कोई सुध सरगुजा संभाग में शिक्षा विभाग में बैठे उच्च अधिकारी या जिला प्रशासन के अधिकारी इस पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। कही न कही अपने प्रेम पात्र को कुर्सी पर सुसोभित कर अपना लाभ सुनिश्चित करने का तरीका अपनाया गया है . बता दे कि जशपुर जिला के साथ आस पास के जिले में माननीय न्यायालय के आदेश निर्देश का कोई पालन नहीं किया जा रहा है।