बिजली तार से हुए दो युवकों की मौत पर नौकरी, मुआवज़ा की माँग के साथ विद्युत कर्मचारीयो की नियुक्ति, लगातार बिजली कटौती, दर में इजाफ़ा व सोये हुए नेताओ को जगाने के विरोध में उतरे सड़क पर
घरघोड़ा में सुबह युवाओं के बढ़ते भीड़, प्रशासन पुलिस का घरघोड़ा जय स्तंभ चौक में अलर्ट को देखकर आम जनता एक बार ठहर सी गई। जैसे ही युवा कांग्रेस नेता नप उपाध्यक्ष उस्मान बेग द्वारा भारी संख्या में अपने साथियों के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वित्त मंत्री रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के ख़िलाफ़ नारे बाज़ी करते हुए उनका पुतला फूंक दिया जिसे पुलिस द्वारा बुझाते हुए काफ़ी मशक़्क़त करना पड़ा ।
युवा नेता उस्मान बेग ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, वित्त मंत्री ओपी चौधरी के ऊपर बिजली विभाग के लिए निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए विशेषकर रायगढ़ ज़िले के लिए कोई भी रुचि नहीं रखने का आरोप लगाया, वही कल हुए बरकसपाली गाव के दो युवाओं के घरघोड़ा से लौटने के दौरान हुए तार से चिपकने से अचानक दर्दनाक मौत हो गई है जिससे उनका परिवार तो छिना हि साथ ही प्रशासन शासन की निष्क्रियता को उजागर किया है विशेषकर मुख्यंमंत्री,ज़िले से व प्रदेश के पॉवरफ़ुल मंत्री जी द्वारा उनके ज़िले के हाल से वो अनिभज्ञ है लोगो में ग़ुस्सा व्याप्त है जिससे इनको जगाने मृतक युवाओ के परिवार को उचित मुआवज़ा व नौकरी दिलाने वो अब तक शून्य साबित हुए जिससे कांग्रेस पीड़ित परिवार व आम जनता के साथ खड़ी है
वही कहा कि एक ओर जहां लोग बिजली बिल, उसकी आँख मिचौली से परेशान है वही दूसरे तरफ़ छत्तीसगढ़ के लोग आये दिन इसकी वजह से काल में समा रहे है , हमने बिजली बिल हाफ किया और इन्होंने बिजली हाफ कर दी.एक तरफ सांय- सांय बिजली का बिल बढ़ा दिया तो दूसरी तरफ इस भयानक गर्मी में ज़िले भर में जमकर बिजली की कटौती की जा रही है.जनता बेहद परेशान है लेकिन “गारंटी” लेने वाले अभी सत्ता की मदहोशी में सो रहे हैं. पहले प्रदेश भर फिर विशेष रायगढ़ में और अब हमारे घरघोड़ा से बिजली गायब है, जनता सड़कों पर है और मुख्यमंत्री और ज़िले से मंत्री उत्सव मनाने, आरोप प्रत्यारोप और इधर उधर में व्यस्त है। जबसे छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आई है बिजली के रेट सांय सांय बढ़े है और खूब कटौती भी हुई है। सरप्लस एनर्जी स्टेट छत्तीसगढ़ में लो वोल्टेज,बिजली कटौती से परेशान नागरिकों ने बीजेपी सरकार के प्रति काफ़ी आक्रोशित है एमपी से अलग होने के बाद छत्तीसगढ़ में एनर्जी सरप्लस थी जो अब कम हो गई है।वही विद्युत कम्पनी में कर्मचारियोंं की व्यापक मात्रा में कमी है जिसको भरने को लेकर बीजेपी सत्ता में आयी थी जिसको भरने में बीजेपी सरकार असफल रही है व आगे भी रहेगी भाजपा के शासन में हमेशा सर प्लस बिजली वाला प्रदेश जूझते रहा है? भाजपा जब जब सत्ता में आई हैं तब तब सर प्लस बिजली वाले प्रदेश में बिजली की समस्या शुरू हो जाती है। डॉ रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहते भी यही समस्या बनी हुई थी। शहरी क्षेत्रों में उस समय भी बिजली बहुत कटौती होती रही है ग्रामीण क्षेत्रों की बात ही मत पूछो । अब फिर से भाजपा की सरकार आ गई है और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय है। ये विभाग भी शायद वो अपने पास रखे हुए हैं। बावजूद इसके पूरा प्रदेश बिजली समस्या से जूझ रहा है । खास कर रायगढ़ ज़िले में तो ये समस्या बहुत विकराल रूप लिए हुए हैं । दिन में 5 से 10 बार बिजली गुल होना आम बात सी हो गई हैं ।बिजली बंद की समस्या को लेकर अधिकारी के पास रटा रटाया एक ही जवाब होता है कि मेंटनेस चल रहा है । ऐसा कौन सा मेंटेन्स चलता है कि दिन में दस दस बार बिजली बंद करना पड़ता हैं । अभी तक तो सुना था कि बरसात के पहले बिजली मेट्नेस किया जाता रहा है लेकिन अब 12 माह मेंटनेस चलता रहता है। फिर भी समस्या जस की तस बनी रहती है लेकिन सरकारी बहाना हैं आप चाह के भी कुछ नहीं कर सकते । प्रदेश के साथ साथ ज़िले में प्रतिदिन बिजली कई मर्तबा गोल हो रही है जिसके चलते इस भारी गर्मी में आम जनता हलाकान हो रही हैं लेकिन मुख्यमंत्री वित्त मंत्री सांसदों को जैसे इससे कोई मतलब ही नहीं क्योंकि उनके घर ऑफिस में बड़े बड़े जनरेटर लगे हुए हैं। उनको इससे फर्क नहीं पड़ता कि आमजनता का इस भारी गर्मी में क्या हाल होता होगा । लेकिन जैसे ही चुनाव आता है तो इनके सुर बदल जाते हैं। आपकी समस्या उन्हे अपनी समस्या लगने लगती हैं और चुनाव खत्म होते ही वे फिर बेगाने हो जाते हैं ।