

मंच बनाने की घोषणा से हर्षित लक्ष्मीनगरवासी
धरमजयगढ़ :- धरमजयगढ़ के ग्राम पंचायत नकना के लक्ष्मीनगर गांव में आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन समारोह में ब्लॉक काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रितुराज सिंह बतौर मुख्य अतिथि कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए। जहां स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा मनमोहक स्वागत गीत के साथ सभी अतिथियों का अभिनंदन करते हुए पुष्प गुच्छ से भव्य स्वागत किया गया। लक्ष्मीनगर में हर साल की तरह इस बार भी फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 15 अगस्त को शुरू हुए इस प्रतिस्पर्धा में 38 टीमों ने हिस्सा लिया। अपने प्रतिद्वंदियों को मात देते हुए बागबहार की ए. एफ. बी. टीम और बीजापानी की टीम फाइनल तक पहुंचीं। मंगलवार को हुए रोमांचक फाइनल मैच में शुरुआत से ही बागबहार की टीम ने लगातार बढ़त हासिल करते हुए फाइनल विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया। स्पर्धा समाप्ति के बाद दोनों टीमों के खिलाड़ियों की प्रशंसा करते हुए रितुराज सिंह ने कहा कि दोनों टीमों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। हर वर्ष इस तरह के सफल आयोजन के लिए आयोजकों का उत्साह वर्धन करते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है और शरीर को स्वस्थ तथा मजबूत बनाने के लिए खेल अनिवार्य है।जीवन की जय-पराजय को सहजता से स्वीकार करने की सीख खेल खेलने से ही मिलती है। दोनों टीमों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि “गिरकर उठना उठकर चलना यह क्रम है संसार का, कर्मवीर को फ़र्क न पड़ता किसी जीत या हार का।” इस बीच मैदान में मंच बनाने की मांग पर उन्होंने कहा कि आप सभी अगले प्रतियोगिता के दौरान स्थायी मंच पर बेहतरीन कॉमेंट्री के साथ मैच का लुत्फ़ उठाएंगे। इसके पश्चात विजेता टीम को विधायक व मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लालजीत राठिया जी के सौजन्य से 21000 रुपये व शील्ड तथा उपविजेता टीम को 11111 रुपये के पुरस्कार के साथ सभी खिलाड़ियों को मेडल से सम्मानित किया गया। इस पूरे कार्यक्रम के दौरान एल्डरमेन महेश जेठवानी, पार्षद सुरेश केस्पोट्टा, संतोष प्रधान, रोहित तिर्की, भवानी सोनी, अखिलेश जैकब, संतोष पाण्डे, ऋषभ तिवारी, सुरेश यादव, राफेल टोप्पो, रोहित यादव, प्रकाश भगत सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक गण उपस्थित रहे।आयोजन को सफल बनाने में जीवन तिर्की, अरविन्द मिंज, जहरसाय तिर्की, मरियानुस तिर्की, शोभनाथ तिर्की, जयप्रकाश तिर्की, मंगल खलखो,जेनूराम भगत, अनिकेत खलखो, आकाश खलखो, राजेंद्र भगत का विशेष योगदान रहा.
ऋषभ तिवारी – धरमजयगढ़

