
तमनार – नरेश राठिया की रिपोर्ट

तमनार ब्लॉक के ग्राम पंचायत पडिगांव में उल्लासपूर्ण माहौल में भोजली विसर्जन किया गया , कोरोना काल के मद्देनजर कोविड नियमों का पालन करते हुए शाम के समय घरों से महिलाएं युवतियां अपने सिर पर भोजली लेकर निकालीं । ग्राम के मोहल्ले से महिलाएं निकलकर तालाब में पहुंची। जहां गांव के पुजारी द्वारा पूजा अर्चना पश्चात भोजली का विसर्जन किया गया , भोजली त्यौहार छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहारों में से एक हैं। सदियों से चली आ रही प्रथा के अनुसार भोजली से आने वाले खरीफ फसल का अनुमान लगाया जाता है, जिसमें जिस साल भोजली अच्छी होती है उस साल फसल अच्छा होने का अनुमान लगाया जाता है।
साथ ही भोजली की दूसरी सबसे बड़ी खासियत यह भी है कि सालभर में यदि किसी का मनमुटाव हुआ रहता है उसे भोजली देकर शिष्टाचार करनें से दुश्मनी मिट जाने की बात प्रचलित है। परिवार पड़ोसी ग्रामीण में भोजली को आपसी प्रेम का प्रतीक माना जाता है ।
आसपास के ग्रामीण अंचलों में भी भोजली विसर्जन किया गया

