घरघोड़ा पुलिस की त्वरित कार्यवाही से मिली बड़ी सफलता
आरोपियों से धारदार तलवार, एक एयर गन (कट्टा), अपहृत नगदी रकम 1000 रू. को बरामद !!
सुजीत कुमार यादव पिता भदईराम नि. बहादुरपुर जिला वैशाली ( बिहार ) का रिपोर्ट दर्ज कराया कि यह ड्रायवरी काम करता है, दिनांक 19.03.2022 को यह अपने ट्रक क्र. सीजी 13 – ए.यु.- 4956 तथा साथी ड्रायवर अनील कुमार, सनोज राय, फजील मोहम्मद अपने-अपने ट्रक को कोयला लोड करने दीपका कोरबा जा रहे थे कि दिनांक 19 – 20 . 03 . 2022 मध्य रात्रि करीबन 12.00 बजे ग्राम टेण्डा नावापारा मेन रोड में पहुंचे थे तभी सफेद रंग का मारूती वेन क्र. सीजी -13 सी – 6827 में सवार 03 लोग पीछा कर ट्रक के सामने अपने वेन गाडी को अडा कर खडा कर दिये तथा पत्थर से ट्रक वाहन को फेंक कर मारे। ट्रक को रोकने पर प्रार्थी को कट्टा व धारदार तलवार को दिखाकर मारपीट कर गाडी को तोडफोड कर दिये तथा पॉकिट में रखे नगदी रकम 1000 रू. को लूट कर ले गये। साथी ड्रायवरों के 02 ट्रक वाहन को भी तोडफोड कर क्षतिग्रस्त कर दिये।
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक अमित सिंह द्वारा तत्काल उच्चधिकारियों को मामले से अवगत् कराकर निर्देशानुसार अप.क्र. 80/2022 धारा 341, 327, 336, 427, 323, 394, 34 भा.द.वि. 25, 27 आर्म्स एक्ट कायम कर पुलिस कप्तान अभिषेक मीणा, अति. पुलिस अधीक्षक रायगढ़ लखन पटले पवार के दिशा निर्देश व एस.डी.ओ.पी. धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर निरी. अमित सिंह द्वारा तत्काल पुलिस टीम को माल मुल्जीम की पतासाजी में लगाया गया। जो प्रार्थी / आहत के निशानदेही पर आरोपी (1) ओमप्रकाश उर्फ चकदे अगरिया पिता तुलसीराम अगरिया उम्र 22 वर्ष (2) अभिषेक चिकवा पिता अशोक चिकवा उम्र 20 वर्ष दोनों नि. नावापारा टेण्डा थाना घरघोड़ा (3) दयादास महंत पिता सुकलाल महंत उम्र 22 वर्ष नि. छोटेगुमडा थाना घरघोड़ा (4) विधि से संघर्षरत् बालक उम्र 15 वर्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया जो अपराध घटित करना स्वीकार किये। आरोपियों से घटना में प्रयुक्त एक सफेद रंग का मारूती वेन क्र. सीजी-13-सी-6827, एक धारदार तलवार, एक एयर गन (कट्टा), अपहृत नगदी रकम 1000 रू. को बरामद किया गया। तथा आरोपियों व आपचारी बालक से महज् 24 घंटे के भीतर अपहृत संपत्ति को बरामद कर गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
उक्त आरोपीगण घरघोड़ा थाना क्षेत्र के शातिर व अद्तन अपराधी हैं। जो पूर्व में भी अपराध में जेल जा चुके है ।
उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन तथा एस.डी.ओ.पी. धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा व टीम निरी. अमित सिंह , सहा. उपनिरी. चंदनसिंह नेताम, प्र.आर. मनोज मरावी, आरक्षक नंदु पैंकरा, नरेन्द्र पैंकरा, बीरबल भगत, विरेन्द्र भगत, भानु चंद्रा व डायल-112 में तैनात आर. सुरेन्द्र भगत की मुख्य भूमिका रही