रवि फसल करने वाले किसानों को हो रही परेशानी, अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा जल संशाधन विभाग
लैलूंगा :- रायगढ़ जिले के जल संशाधन विभाग धरमजयगढ़ के उप संभाग लैलूंगा के अंतर्गत खम्हार – पाकुट जलाशय के मुख्य नहर से प्रत्येक वर्ष पानी का वितरण किया जाता है । जिससे क्षेत्र के आशातित किसानों के द्वारा कि जाने वाली रवि फसल कि सिंचाई कि सुविधानुसार करते आ रहे हैं । वहीं प्रति वर्ष पानी कि सप्लाई करने के पूर्व जल संसाधन विभाग के द्वारा उपरोक्त मुख्य नहर कि साफ सफाई कि जाती है । जिसके बाद नहर में स्वक्छ जल को छोड़ा जाता है । किन्तु पिछले कुछ वर्षों से जल संशाधन विभाग लैलूंगा उपभोक्ताओं से लाखों रूपये कि राजस्व कि वसूली करने के बाद भी नहर कि साफ – सफाई कराने तथा स्वक्छ जल नहर में छोड़ने पर ध्यान नही दिया जा रहा है । जिसको लेकर किसानों में जल संशाधन विभाग में पदस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कई बार आवेदन निवेदन करने बाद निराशा जनक स्थिती बनी हुई है । लेकिन बार – बार स्थानीय किसानों को निराशा ही हाथ लगी है, जिसे लेकर किसान बन्धु काफी परेशान हैं । आपको विदीत हो कि लैलूंगा विकास खण्ड में सिंचाई हेतु मात्र एक ही जलाशय है जिसके भरोसे किसान आश्रित रहते हैं । जहाँ निस्तारी किए जाने वाले मुख्य नहर में आवश्यकता से अधिक कूड़े कचरे से भरे पड़े होने के कारण स्थानीय किसानों के लिए परेशानियों का सबब बना हुआ है । मुख्य नहर ग्राम पंचायत जामबहार होते हुए नगर पंचायत लैलूंगा के कई वार्डों से होकर भदरापारा, कुंजारा, गोसाईडीह, अंगेकेला सहित लगभग 25 से 30 गाँव के किसान बन्धु रवि फसल कि खेती करने वाले नहर के पानी से निर्भर रहते हैं । पानी कि सिंचाई का एक मात्र मुख्य जल स्त्रोत है । जहाँ नहर की रख रखाव के अभाव में यह अब अपनी कई तरह की समस्याओं से अपनी क्षमता से क्षीण होता हुआ नहर का मरम्मत कि भी आवश्यकता है । ग्राणीण किसानों को दो फसली खेती बाड़ी करने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । बरसात के बाद बेशरम के पौधे तथा तमाम प्रकार के झाड़ी झंखाड़ों से सराबोर नहर का साफ – सफाई नहीं होने से कृषक बहुत परेशान हैं । जिसके मद्देनजर तत्काल संज्ञान लेते हुए विभाग को नहर कि सफाई कराना चाहिए जिससे हो रही परेशानियों से किसानों को निजात मिल सके ।