गायत्री मंदिर प्रांगण में आठ दिवसीय भागवत कथा रसपान का वृहद आयोजन गोयल परिवार करा रही है।
घरघोड़ा _ विख्यात प्रसिद्ध मां बैगीन दाई की धाम घरघोड़ा नगरी अपने भक्ती में सराबोर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए पहचाना जाता है, निरंतर भक्तिमय कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए प्रसिद्ध घरघोड़ा में पुनः श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन गोयल परिवार के जजमानी में 28 अगस्त से 4 सितंबर 2022 तक गायत्री मंदिर परिसर में आयोजित किया जा रहा है जिसमें वृंदावन धाम से दीक्षा लेकर चारों दिशाओं में भागवत ज्ञान यज्ञ को गुंजायमान करने वाले आचार्य दीपक जी महाराज के मुख अमृतवाणी से भागवत कथा का रसपान वर्षा होगी। पितृ-सूक्तम् : पितृ-सूक्तम् भागवत कथा कहना सौभाग्य की बात है व उतना हु सौभाग्यशाली वे लोग होते हैं जो श्रीमद्भागवत कथा का
28.अगस्त – कलश यात्रा, महात्म्य कथा, शुक्र जन्म भिष्म स्तुति, 29.अगस्त – कपिल देवहुति संवाद, वराह अवतार, ध्रुव चरित्र, 30.अगस्त – जड़भरत चरित्र, 28 नरको का वर्णन, अजामील उपाख्यान, प्रहलाद चरित्र, नरसिंह अवतार, 31.अगस्त – गजेन्द्र मोक्ष, वामन अवतार, श्रीराम कथा, श्रीकृष्ण कथा, नंदोत्सव, 01 सितंबर – श्रीकृष्ण बाल लीला, गोवर्धन पूजा, 56 भोग, 02.सितंबर – मथुरा गमन, केशव, गोप्युध्द्वव संवाद, रूकमणी विवाह, 03. सितंबर – सुदामा चरित्र, दत्तात्रेय 24 गुरू वर्णन, व्यास पूजन, कथा विश्राम 04.सितंबर – तुलसी वर्षा, सहस्त्रधारा, पूर्णाहुति, एवं 01 अक्टूबर को महाभण्डारा का आयोजन साईं धाम प्रांगण में किया जायेगा। इस वृहद आयोजन में घरघोड़ा नगर के गणमान्य का भी सहयोग मिल रहा है जो अपने व्यस्त जीवन से महत्वपूर्ण समय देने की आग्रह गोयल परिवार की ओर से किया गया है एवं समस्त क्षेत्रवासियों भक्त श्रोताओं को सादर आमंत्रित किया गया है, इस तरह के आयोजनों से लोगों में अत्याधिक उत्साह दिखाई देता है क्योंकि श्रीमद् भागवत कथा पुराण में सभी ग्रन्थों का सार है और यही एक ऐसा ग्रन्थ है जिसमें भगवान की सभी लीलाओं का वर्णन किया गया है। यह बाते हम सभी जानते हैं और हर कथाओं में सुनने को भी मिलती है मगर कथा श्रवण के बाद उस पर अमल करने से ही पुण्य प्राप्त होता है।