डेस्क खबर खुलेआम / रायगढ़
चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद से पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गया है रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा में भाजपा नेताओ के रूठने गुटबाजी की बाते समाचार पत्रों में लगातार सामने आती रही है खास तौर पर घरघोड़ा क्षेत्र में जनाधार वाले दिग्गज आदिवासी नेता राधेश्याम राठिया टिकट नही मिलने से कही न कही भाजपा के कार्यक्रमों में नाराजगी देखने को नजर आती रही है । अंदरूनी खाने से प्राप्त जानकारी अनुसार घरघोड़ा क्षेत्र के आदिवासी दिग्गज नेता राधेश्याम राठिया को धरमजयगढ़ से भाजपा प्रत्याशी हरिश्चंद्र राठिया ने अपने साथी राधेश्याम राठिया को मनाने में कामयाब हो गए है ।
मान मनौव्वल के बाद राधेश्याम राठिया तन मन धन से हरिश्चंद्र को जिताने के लिए मैदान में उतार कर धुँवाधार प्रचार कर रहे है ।
हरिश्चंद्र राठिया को जिताने के लिए पूरी तरह कमर कस लिए है चर्चा में कहा जा जाता है कि पूर्व में भी राधेश्याम की मौजूदगी से ओम प्रकाश राठिया ने जीत दर्ज की थी आज राधेश्याम राठिया उसी इतिहास को दोहराने के लिए उतर गए है । बताया जाता है कि भाजपा कार्यकर्ता राधेश्याम राठिया और हरिश्चंद्र की जोड़ी की राम लखन की जोड़ी कहती है घरघोड़ा क्षेत्र के लोगो का मानना है की हरिश्चंद्र के पक्ष में राधेश्याम राठिया के मैदान में उतर जाने से घरघोड़ा क्षेत्र अपितु धरमजयगढ़ में भी भाजपा की स्थिति काफी मजबूत होगी ।
कांग्रेस को मजबूत करती क्षेत्र में भाजपा के बड़े नेताओं में अहम की लड़ाई ?
सूत्रों से जानकारी अनुसार धरमजयगढ़ और घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर के बड़े नेताओं का एक धड़ा अभी भी असंतुष्ट नजर आ रहा है चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद असंतुष्ट को जिसे समय रहते साधना हरिश्चंद्र राठिया के लिए चुनौती भरा है । गुटबाजी को देखते हए भाजपा के धरमजयगढ़ विधानसभा की सीट कांटो से भरा है। भाजपा की गुटबाजी धरमजयगढ़ चुनाव को कमजोर बनाने की बात सामने आ रही है। बता दे की कही न कही धरमजयगढ़ और घरघोड़ा क्षेत्र के बड़े नेताओं में अहम और वर्चस्व की लड़ाई अपना चलाने की होड़ कही न कही भाजपा के लिए मजबूत प्रत्याशी हरिश्चंद्र राठिया को कमजोर बना कर विपक्ष के लिए जीत का राह आसान बनाती नजर आ रही है ।