डेस्क खबर खुलेआम दीपक गुप्ता
मरवाही वन मंडल के खोडरी रेंज में मुख्य मार्ग में ही सागौन पेड़ों की अवैध कटाई का मामला प्रकाश में आया है। उस पर जंगल की रखवाली करने वाले खोडरी रेंजर का तुर्रा यह है की मेरी शिकायत जहां भी करना है करो मेरा कुछ होने वाला नहीं है।
विशेष संरक्षित प्रजाति सागौन पेड़ों की कटाई का मामला जिला मुख्यालय एवं वन मंडल मुख्यालय से मात्र 8 किलोमीटर दूर खोडरी वन परीक्षेत्र का है जहां वन अधिकारियों के नाम के नीचे मुख्य मार्ग से सटे जंगल में सागौन के पेड़ों की कटाई की गई है। सागौन की कटाई रेंजर ऑफिस से लगभग 1 किलोमीटर के अंदर में रोड के 20 मीटर के अंदर में लकड़ी काट कर ले गए परंतु रेंजर की लापरवाही कम होने का नाम ही नहीं ले रही। सागौन जैसे पेड़ की कटाई के बाद जब इस मामले में रेंजर से बातचीत की गई तो रेंजर का साफ कहना था कि इस मामले में मेरी शिकायत जहां करना है कर दो मेरा कुछ होने वाला नहीं है । अब ऐसी स्थिति में अनुमान लगाया जा सकता है कि खुदरी वन परीक्षेत्र के जंगल भगवान भरोसे ही हैं। यहां पर उल्लेखनीय है कि खोडरी वन परीक्षेत्र पहले ही जंगल की अवैध कटाई के लिए बदनाम है तथा यहां सबसे ज्यादा अवैध कटाई के मामले सामने आते रहे हैं उसके बावजूद यहां के वन अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतने में गुरेज नहीं करते। ऐसा लगता है उन्हें ना तो अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा होने वाले कार्यवाही की चिंता है और ना ही पर्यावरण की खासकर तब जिस विभाग कि वे रोटी खा रहे हैं उस विभाग की संपत्ति की सुरक्षा पर भी उनका ध्यान नहीं है ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि वन क्षेत्र खोडरी में अवैध कटाई किस स्तर पर जारी है!!!!