चंद्र शेखर जायसवाल
लैलूँगा अपना पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित करने वाले एल्डरमैन मदन मित्तल एवं उनकी पत्नी की 23 /9/ 2021 को की गई हत्या के संदर्भ में पुलिस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान जारी किया गया है पता चला है की जिन नाबालिकआरोपियों का शिनाख्त पुलिस द्वारा किया गया है उससे कोई ऐसा साक्ष्य या समान बरामद नहीं हुआ है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि अपराध इन्हीं के द्वारा किया गया है और न इन नाबालिक आरोपियों के तार इस घटना जुड़ा हुआ प्रतीत होता है। जबकि वारदात के बाद 25 से 30 लाख रुपए एवं ज्वेलरी नहीं पाया गया है अपराधी के पकड़े जाने के बाद भी सिर्फ 80 हजार रु ही बरामद किया जाना और संदेह बढ़ाता है इस जांच से परिजन एवं नगर के सभी लोग में असंतोष व्याप्त हैसाथ ही साथ नगर के लोग भी इस जांच से संतुष्ट नहीं है इस वजह से परिजनों ने क्षेत्रीय विधायक के साथ प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल मंत्री अमरजीत भगत से मुलाकात की और इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की बात उनके समक्ष रखी मुख्यमंत्री ने भी इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग को स्वीकार करते हुए जल्द ही इसकी जांच कराने की बात कही है ज्ञात हो की 23 सितम्बर की रात्रि वरिष्ठ कांग्रेस नेता मदन मित्तल व पत्नी अंजू मित्तल का हत्या कर ज्वेलरी सहित नगद रकम की चोरी की गई है जिसके बाद मौके पर एसपी एडिसनल एसपी व आईजी रतन लाल डांगी मौके पर पहुँच कर जांच में जुटे थे परिवार वालो का कहना है कि हत्याकांड के बाद घर से चोरी हुई समान के सम्बंध में कोई बारीकी से बयान नही लिया गया और हत्या से पूरे परिवार शोक में तबदील था जिससे कितने रकम चोरी हुई ज्वेलरी कितना चोरी हुआ यह सब एफआईआर में नही लिखा गया न ही पूछा गया और हत्या के तीन दिन बाद नाबालिक सहित पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है जो गले से नही उतर रहा है चुकी चोरी हुई समान सहित राशि की बरामदगी नही हुई है न बेग बरामद हुआ है जिससे पूरा नगर पुलिस की जांच पर सवाल खड़े हो रहे है उच्च स्तरीय जांच कराने मुख्यमंत्री से निवेदन कर एसआईटी जांच करा कर मामले को निष्पक्ष रूप से पर्दाफास कर सही दोषियों तक पुलिस पहुँच कर कार्यवाही करें। अगर इस तरह से अपराधियों तक पुलिस नही पहुँच पाती है तो आने वाले समय में समूचे नगर के लोगो के लिये खतरा साबित हो सकता है। अगर ये नाबालिक आरोपी है तो इन्होंने जब चखना दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था जिसका टाइम 2:28 बजे था वही पुलिस इस घटना को अंजाम देने के बाद शिशु मंदिर स्कूल के पास नशा पान करने के बाद हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है जबकि फॉरेसिंक जांच में बताया गया है कि हत्या का समय लगभग 12 से 2 के बीच मे हुआ है दोनो की टाइमिंग मैच नही हो रहा है जो पूरा सन्देहास्पद है।