रायगढ़:- भू माफियाओ द्वारा छातामुड़ा के कोटवारी भूमि की खरीद फरोख्त इन दिनों धड़ल्ले से जारी है. कोटवार भूमि को निजी कब्जे की भूमि बताकर क्रेताओं को गुमराह कर बेचा जा रहा है. गरीब परिवार आशियाने की आस में भु माफियाओ के धोखाधड़ी का शिकार हो रहे है !
जाने क्या है कोटवार भूमि के अवैध खरीद-फरोख्त का मामला…!
ज्ञात हो कि छातामुड़ा के कोटवारी भूमि को कुछ रसूखदार भू माफियाओं द्वारा उक्त शासकीय भूमि को कौड़ियों के मोल खरीद कर महंगे दामों पर टुकड़े-टुकड़े में बेचने का सिलसिला जारी है. यहां उक्त भूमि को स्वयं का निजी कब्जे की भूमि बताकर जमीन खरीददारों को गुमराह कर धोखाधड़ी का शिकार बनाया जा रहा है. शासकीय भूमि पर लगभग 30 से अधिक परिवारों का आशियाना बन चुका है ! जबकि कुछ माह पहले तहसील कार्यालय पुसौर में लिखित शिकायत भी हुई थी. तथा मामले की शिकायत के बाद तहसील न्यायालय द्वारा निर्माण कार्य पर स्थगन आदेश दिया गया था. मगर राजस्व विभाग की लापरवाही की वजह से स्थगन आदेश के बावजूद भू माफियाओं के हौसले बुलंद हैं.और कोटवार भूमि के खरीद-फरोख्त का सिलसिला बदस्तूर जारी है!
बहरहाल अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में तहसील कार्यालय पुसौर को सूचना दी गई है. तथा खबर प्रकाशन के बाद अब देखना यह लाजमी होगा कि राजस्व विभाग द्वारा किस प्रकार की कार्यवाही की जाएगी!