रिषभ तिवारी की रिपोर्ट :
शुक्रवार की दोपहर धरमजयगढ़ के राजनीतिक हल्कों में उस वक़्त हलचल मच गई जब बीजेपी पार्षदों ने धरमजयगढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करते हुए उसे हटाने की मांग को लेकर धरमजयगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से मुलाकात की। इस दौरान बीजेपी पार्षदों ने नगर पंचायत कार्यालय व क्षेत्र की अव्यवस्था के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष को जिम्मेदार ठहराया। और एसडीएम से जल्द प्रक्रिया पूरी करने का अनुरोध किया।
इस संबंध में बीजेपी के पार्षद टीकाराम पटेल ने कहा कि अध्यक्ष के द्वारा नियम के खिलाफ जाकर काम करने एवं मनमाने तरीकों से काम करने के कारण हमें जनता के कोप का भाजन बनना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अध्यक्ष के द्वारा लगातार बीजेपी पार्षदों के मांगो की अनदेखी करते हुए पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जाता है। ऐसे स्थिति में सभी पार्षदों को अध्यक्ष के प्रति अविश्वास उत्पन्न हो गया है। इसलिए बीजेपी के सभी पार्षदों ने निर्णय लिया है कि वर्तमान अध्यक्ष तरुणाश्याम साहू का अध्यक्ष पद पर बने रहना सही नही है। उन्होंने कहा कि इसलिए उन्हें अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला लिया गया है ताकि नगर पंचायत धरमजयगढ़ में विकास सुनिश्चित हो सके। बता दें कि विगत नगर पंचायत चुनाव में अध्यक्ष पद की सीट महिला ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित थी। धरमजयगढ़ के 15 पार्षदों में तरुणश्याम साहू आरक्षित वर्ग की एकमात्र विजयी महिला प्रत्याशी थीं। जिसके कारण कांग्रेस समर्थित तरुणश्याम साहू निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुईं। उल्लेखनीय है कि अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में धरमजयगढ़ नगर पंचायत के 8 पार्षद शामिल हैं। जिसमें टीकाराम पटेल, मीना सिदार, मंजिला अगसूटिंन एक्का, टारजन भारती, विजय यादव, नन्दलाल प्रजापति, शिवहरि सारथी तथा श्रवण राठिया का नाम शामिल है।