चुनावों में दावेदारी को लेकर प्रकाश नायक ने कहा –
रायगढ़कांग्रेस विरोधी टीम उड़ा रही दावेदारी की हवा जनता देख रही है मेरी साढ़े चार साल के काम यू कैन लव मी यू कैन हेट मी बट यू कांट इग्नोर मी
शाह रूख खान का यह डायलॉग रायगढ़ विधानसभा के विधायक प्रकाश नायक पर खूब जंचता है। वह जिले के 4 विधायकों में से सबसे ज्यादा विपक्षी पार्टियों के राडार पर रहते हैं। लैलूंगा धरमजयगढ़ खरसिया के कांग्रेसी विधायकों पर शायद ही कभी कोई सवाल उठाए या उनकी आलोचना करे पर गाहे-बगाहे प्रकाश नायक पर सभी एक साथ सवाल खड़े कर देते हैं। सवाल अब इतने बढ़ गए हैं कि उनकी टिकट कटने जैसा माहौल भी बनाया जा रहा है। उनकी पत्नी के नाम को आगे किया जा रहा है, टीएस सिंहदेव से बैर की बाते बनाई जा रही हैं। इन सबके अलावा उनके करीबियों को ही रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से दावेदार के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। इन सब के उलट विधायक प्रकाश नायक मुस्कुराते हुए सिर्फ यही कहते हैं कि 4 महीने बाद चुनाव है तो माहौल हर कोई बनाएगा। रही बात विपक्षियों के राडार में रहने की तो मेरे पास करने को बहुत काम है इन सब व्यर्थ के पचड़ों में पड़ने का समय नहीं। वे अपना धर्म निभाएं और मैं अपना। मैं जिला मुख्यालय का विधायक हूं तो लगभग सारे शासकीय कार्य मेरे इर्द-गिर्द होते रहते हैं। टिकट कटने की बात को वह एक सिरे से खारिज करते हैं और उसे चंद लोगों की बदमाशी बताते हैं।
प्रकाश नायक तसल्ली से अपनी बात रखते हैं और एक-एक कर सभी मुद्दों पर अपना पक्ष रखते हैं। वह कहते हैं कि कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है। इस पार्टी में सभी को अपनी बात रखने का हक है, सब टिकट मांग सकते हैं। टिकट जिसे भी मिलेगी उसका सब समर्थन करते हैं। 2018 में मुझे टिकट क्यों दिया गया था क्या इस बार वह आधार नहीं रहेगा। रायगढ़ विधानसभा सीट में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र का समावेश है जिसमें सरिया पुसौर पूर्वांचल और रायगढ़ शहर शामिल है। यही मेरा कार्यक्षेत्र शुरुआत से ही रहा है जिस आधार पर पार्टी ने मुझे बीते विधानसभा चुनाव में टिकट दिया था। साढ़े चार साल में मैंने इन सभी क्षेत्रों में विकास कार्य किये, लोगों की सहायता की उनके पास गया उनसे मिला और मिल रहा तो किस आधार पर पार्टी टिकट काटेगी कोई एक सही कारण बताएं।
राजनीति में तरह-तरह की चर्चाएं चलती हैं पर जमीनी हकीकत पर चर्चा और कर्म में फर्क देखा जाता है। मेरे अलावा एक ऐसे नेता का नाम बताएं जो रायगढ़ विधानसभा के इन सभी क्षेत्रों के लोगों से जुड़ा है और वहां उनकी पकड़ हो। मेरे खिलाफ टिकट दावेदारी का मसला दरअसल कांग्रेस की विरोधी टीम की प्लानिंग का हिस्सा है। जिन लोगों को दावेदार के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है उनमें से अधिकतर मेरे अपने ही हैं और हम में भी दावेदारी को लेकर दो-राय नहीं है। मजेदार तो यह कि मेरी पत्नी का नाम भी दावेदारी के कयास में लिया जा रहा है। अब इन सब पर क्या कहूं ?
बाढ़ से बचाव के लिए ग्रामीणों को समझाते विधायक प्रकाश नायक
गुंडागर्दी को सपोर्ट के आरोप निराधार कांग्रेसी कार्यकाल में शहर में गुंडागर्दी को प्रश्रय देने के सवाल पर विधायक प्रकाश इशारों में कहते हैं कि दिया तो एक बार तेज जलता है फिर उसके बाद उसके साथ क्या होता यह आप जानते हैं। मैंने गुंडागर्दी को प्रश्रय कभी नहीं दिया। लड़के हैं झड़प होती रहती है, कार्यकर्ताओं में आपसी मतभेद होते हैं जिन्हें मैंने सिर्फ हल करने का काम किया। मेरे बेटे को लेकर काफी हाय तौबा मचा लेकिन मैंने खुद उसका सरेंडर करवाया कोई और पिता होता तो स्थिति कुछ और होती।
कोतरा रोड और बावली कुआं के बदमाशों व हाल ही में कोतवाली में हुए बवाल और उसके पीछे के गुंडो को शह देने के मामले में प्रकाश नायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह गुंडागर्दी का समर्थन नहीं करते। बेवजह ही उनका नाम उछाला जाता है। सीएम भूपेश के साथ विधायक प्रकाश
बाबा कांग्रेस नेता हैं, कका के साथ हमेशा खड़ा हूं दो सवा दो साल पहले जब प्रदेश में सीएम की कुर्सी को लेकर रार मची थी तो कका और बाबा समर्थकों की गिनती शुरू हुई। कका ने दिल्ली दरबार में हाजिरी लगाई और समर्थन हर बार हासिल किया। कका के समर्थन में कई दफे रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक सबसे आगे रहे। कयास लगाए गए कि बाबा की वक्रदृष्टि इन पर पड़ सकती है। भान कका को हुआ तो उन्होंने दो साल पहले विधानसभा में प्रकाश नायक के जन्मदिन का केक कटवा दिया। हालांकि तब से लेकर अब तक इन बातों को भुला दिया गया था लेकिन चुनाव में जब करीब 4 महीने का समय शेष हो तो एक से बढ़कर एक जिन्न बाहर आ जाते हैं।
इन सब पर विधायक प्रकाश का कहना है कि बाबा (टी एस सिंहदेव) कांग्रेस के नेता हैं उनसे कोई मतभेद नहीं है। भूपेश बघेल हमारे मुख्यमंत्री हैं उनके नीति – निर्णयों के साथ हम हमेशा खड़े हैं। अंतत: कका यानी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वे प्रकाश नायक, उमेश पटेल और लालजीत राठिया के वास्तव में कका हैं क्योंकि दिग्गज कांग्रेसी स्व. शक्राजीत नायक, शहीद नंद कुमार पटेल और स्व. चनेश राम राठिया के साथ मुख्यमंत्री ने वर्षों तक पार्टी के लिए कार्य किया है। और कहा जाता है कि एक बार सब साथ छोड़ देते हैं पर कका हमेशा साथ रहते हैं।
कोविड के बाद भी नहीं रूका विकास
विधायक प्रकाश नायक कहते हैं कि उनके कार्यकाल में ढाई साल कोविड के कारण प्रभावित रहा इसके बावजूद उन्होंने अपने विधानसभा में कई बड़े विकास के कार्य किये हैं। वह कहते हैं “कोतरा रोड आरओबी बीते विधानसभा काल में स्वीकृत हुआ था पर इसके लिए पैसा हमने ही लाया। जमीन विवाद सुलझाकर समय पर आरओबी शुरू करवाया। 2002 में मेडिकल कॉलेज शुरू हुआ 15 साल तक इसकी कोई पूछ परख नहीं थी। अब यहां सभी इलाज जारी है, शासकीय अस्पताल से मेकाहारा को मेरे ही कार्यकाल में शिफ्ट किया गया है। 1992 से संजय कॉम्पेक्स का मामला उलझा हुआ था इस दौरान कितने विधायक आए लेकिन आज यहां के लिए विस्तृत प्लान तैयार है। कोर्ट का मामला खत्म हुआ, पैसा स्वीकृत हो चुका है। बची कठिनाईयों को दूर किया जा रहा है। उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए शहीद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय की शुरूआत उच्च शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से बातचीत करने के बाद हुई। शहर की सड़कें गड्ढामुक्त हैं। शहर समेत मेरे विधानसभा क्षेत्र में आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, नाली, पानी, बिजली इत्यादि में 100 करोड़ से अधिक का कार्य करवाया है। दर्जनभर हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल भवन का निर्माण। जो सड़कें खराब हैं उन पर कार्य जारी है। सरिया व पुसौर में 2 कॉलेज भवन की स्वीकृति, जहां जरूरत है वहां पुल-पुलिया बनवाया, आत्मानंद स्कूल- रायगढ़ शहर, लोईंग, पुसौर, कोड़ातराई, सरिया के माध्यम से छात्रों के लिए बेहतर पढ़ाई की व्यवस्था की। केलो नदी को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से नदी के दोनों ओर ड्रेनेज लाइन बनाया जिसके तहत वाटर ट्रिटमेंट प्लांट शुरू करवाया गया है