छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा का एक दिवसीय हड़ताल एवं जंगी प्रदर्शन

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डेस्क खबर खुलेआम दीपक गुप्ता

संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को जमकर कोसा

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केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार आवास भत्ता सहित पांच सूत्री मांग को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में जिले के सभी अधिकारी कर्मचारी एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर रहे। कर्मचारी अधिकारियों ने धरना स्थल ज्योति पुर गौरेला में पंडाल लगाकर जंगी प्रदर्शन किया एवं छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को जमकर कोसा। कर्मचारी अधिकारियों के हड़ताल में चले जाने से आज जिले के शासकीय कार्यालय वीरान पड़े रहे तथा अनेक स्कूल में ताले तक नहीं खुले। कर्मचारियों की हड़ताल से सरकारी कामकाज पर जमकर असर पड़ा।

गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के सभी अधिकारी कर्मचारी आज 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले सामूहिक अवकाश एवं हड़ताल पर रहे तथा पंडाल लगाकर सरकार को जमकर कोसा। धरने पर बैठे अधिकारी कर्मचारियों नेताओं की भाषा से पता लग रहा था कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कैबिनेट में दिए गए 5% महंगाई भत्ते का कर्मचारी अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा है तथा वे केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार आवास भत्ता की मांग पर अड़े हुए हैं। संयुक्त मोर्चा द्वारा लगाए गए पंडाल में जिले में कर्मचारियों के लगभग 158 संगठन ने भाग लिया तथा प्रशासन को अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। अपने उद्बोधन में ज्यादातर कर्मचारी नेताओं ने कहा कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2018 के पूर्व कांग्रेश की सरकार बनने के पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विपक्ष की नेता की हैसियत से कर्मचारी अधिकारियों के धरने प्रदर्शन में आते थे तथा कहते थे कि उनकी सरकार आने के 10 दिन के भीतर में अधिकारी कर्मचारियों की सभी मांग पूरी कर देंगे परंतु जब उनकी सरकार आई तो उन्होंने न सिर्फ वादाखिलाफी थी बल्कि महंगाई भत्ता जैसी जरूरी किस्त कोजानबूझकर रोक कर रखा और आज उसकी परिणिति है कि प्रत्येक कर्मचारियों को हजारों रुपए का नुकसान हर महीने हो रहा है। चुनाव को 4 महीने बचे हैं उसके बावजूद सरकार कर्मचारियों के साथ छल करने में कोई कसर नहीं कर रही है। आज ज्योति पुर गौरेला में हुए छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के बैनर तले हुए जंगी प्रदर्शन में राजपत्रित अधिकारी संघ के डॉक्टर एसपी सोनी छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के विश्वास गोवर्धन, सहायक शिक्षक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष दिनेश राठौर , स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राहुल जयसवाल, बहुत देसी स्वास्थ्य कार्यकर्ता संघ के जिला अध्यक्ष एमपी रौतेल, लिपिक कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष ललित ध्रुव शिक्षक फेडरेशन के आकाश राय प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रीतम कोसले व्याख्याता संघ के जन भान सिंह पैकरा अनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष प्रवीण श्रीवास न्यायालय कर्मचारी संघ के सतीश ढाकरिया, शिक्षक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रमोद पांडे, स्वास्थ कर्मचारी संघ के छोटू पाटले राम प्रमोद तिवारी संजय नामदेव पीयूष गुप्ता सत्यनारायण जयसवाल टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मुकेश कोरी गजेंद्र रात्रे किरण यादव, मोनिका जैन रोजा गुड़िया सुशील सोनी राजेश चौधरी अजय चौधरी छोटू लाल रात रे अक्षय नामदेव सहित संयुक्त मोर्चा के 158 अनुषांगिक संगठनों के नेताओं के नेतृत्व में कर्मचारी अधिकारियों ने जंगी प्रदर्शन किया तथा सरकार द्वारा मांगे पूरी नहीं किए जाने पर संकल्प लिया 1 अगस्त से होने वाले अनिश्चितकालीन हड़ताल को सफल बनाया जाएगा। धरना प्रदर्शन के बाद संयुक्त मोर्चा ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम पर 5 सूत्री मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा जिसमें सबसे प्रमुख मांग केंद्र के समान लंबित महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के आधार पर गृह वाले भक्तों का परीक्षण किया जाए। दूसरी प्रमुख मांग राज्य के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केन्द्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता स्वीकृत किया जावे। तीसरी प्रमुख मांग
प्रदेश के कर्मचारियों की विभिन्न मांगो को लेकर गठित पिंगुआ कमेटी एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वेतन विसंगति हेतु गठित समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जावे। चौथी प्रमुख मांग कांग्रेस पार्टी के जन घोषणा पत्र के क्रियान्वयन हेतु राज्य के समस्त कर्मचारियों को चार स्तरीय वेतनमान क्रमश: 08, 16, 24 एवं 30 वर्ष की सेवा अवधि उपरांत किया जावे एवं अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को नियमित किया जावे। तथा पांचवी प्रमुख मांग पुरानी पेंशन का लाभ दिलाने हेतु प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना की जावे एवं पूर्ण पेंशन का लाभ अर्हतादायी सेवा 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष किया जाए।

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