रायगढ़ – भाजपा ने चुनावी शंखनाद कर दिया है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जशपुर से परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की है जो आज कोरबा जिला से होते हुए भारी बारिश के कारण परिवर्तन यात्रा का रथ कुछ विलंब से धरमजयगढ़ विधानसभा में प्रवेश किया । विलंब होने के बावजूद परिवर्तन यात्रा के स्वागत के लिए हाटी में लोगो का हुजूम जमा हुआ था परिवर्तन यात्रा के पहुचते ही जोश और ऊर्जा से लबरेज कार्यकर्ताओं ने रात का भब्य स्वागत किया गया ।
यात्रा हाटी से आगे बढ़ते हुए होते हुए लगभग 4 घंटे विलंब से घरघोड़ा पहुँची जहां भारी बारिश के बाद भी 100 से अधिक युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बाइक रैली निकाल कर यात्रा का स्वागत किया गया । जय श्री राम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद भारतीय जनता पार्टी हरिश्चंद्र राठिया जिंदाबाद के नारे लगाए गए । यात्रा के साथ भाजपा नेता धरम लाल कौशिक ननकी राम कवंर अनुराग सिंह देव यात्रा प्रभारी मोती लाल रहे।
वही रथ में गुरूपाल भल्ला के साथ धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी हरिश्चंद्र राठिया रथ में सवार रहे नगरवासियों के साथ कार्यकर्ताओं का प्रणाम करते हुए हाई स्कूल मैदान सभा स्थल पहुँचे। घरघोड़ा के हाई स्कूल मैदान में आमसभा का आयोजन किया गया जहां भाजपा के दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस विधायक लालजीत सिंह राठिया पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी हरिश्चंद्र राठिया के लिए वोट मांगा गया । आमसभा में क्षेत्र के स्थानीय नेता कार्यकर्ता मतदाता शामिल रहे ।
आमसभा में रही खाली कुर्सियां गुटबाजी का परिणाम ?
आमसभा में सामने की एक दो लाइन कुर्सियां भारी नजर आई वही उसके पीछे के लाइन पूरी कुर्सी खाली नजर आई जिसे लेकर स्थानीय स्तर के बड़े नेताओं में सामंजस्य का कमी का होना बताया जा रहा था ।
आमसभा में भाजपा के दावेदार राधेश्याम राठिया व संतोष राठिया की उपस्थिति रही परंतु इन दोनों नेताओ के स्वयं के द्वारा किये जाने वाले आंदोलनों में जो भीड़ जोड़ने को देखने को मिलती थी लेकिन वह आज के इस आमसभा में क्यो नही दिखाई दी जो पार्टी के भीतर खाने की गुटबाजी की झलक को दिखलाती है परिवर्तन यात्रा की आमसभा में कुर्सियां खाली रहना अपने आप मे अनेक सवाल उत्पन्न करता है ।
असफल आयोजन का कारण स्थानीय नेताओं में नेतृत्व को लेकर अंदरूनी कलह ?
घरघोड़ा भाजपा में नेतृत्व की लड़ाई किसी से छिपी नही होती है , देखना होगा भाजपा शिर्ष नेतृत्व घरघोड़ा में स्थानीय स्तर के बड़े नेताओ के बीच चल रहे शीत युद्ध को रोकने पार्टी नेताओं में सामंजस्य बिठाने में किस हद तक सफल होते है । घरघोड़ा के बड़े चेहरों की लड़ाई आयोजन को सफल नही होने देना कही भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा चुने गए धरमजयगढ़ से भाजपा प्रत्याशी की लुटिया डुबाने की रणनीति का हिस्सा तो नही ? अभी चुनाव में काफी समय बचा हुआ है । कुछ कहना जल्दबाजी होगी, परंतु घरघोड़ा भाजपा में जिस तरह से अंदर खाने की राजनीति चल रही है भाजपा के लिए सब कुछ सही नही कहा जा सकता है । कांग्रेस धरमजयगढ़ विधानसभा के साथ ही घरघोड़ा ब्लाक में पहले ही काफी मजबूत स्थिति में है । और ऐसे में भाजपा की अंदरूनी लड़ाई का सीधा फायदा कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जा सकता है ।