देश मे कॉरोना ने कोहराम मचा दिया है जिसमें महाराष्ट्र पहले नम्बर पर है । छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता की खरीदी प्रक्रिया का काम शुरू हो गया है जिला प्रशासन कॉरोना की चेन तोड़ने के लिए कड़ाई से नियम बनाये है जिसमे बाहर जिले से आने वाले को कॉरोना जाँच करानी होगी, 14 दिन क़वारन्टीन रहना होगा , व अन्य बहुत से नियम है इसके ठीक विपरीत शासन के कोविड नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है ।
रायगढ़ जिले के घरघोड़ा विकास खंड के बरनाकुंडा ग्राम पंचायत सहित अन्य गांव में महारास्ट्र से कुछ व्यक्ति बिना कॉरोना जांच रिपोर्ट लिए आये है व क़वारन्टीन रहने जैसे कोविड नियमो का पालन नही किया है और गाँव गाँव घूम कर पत्ता खरीदी के काम में लग गए है जिसके कारण गाँव के लोगो मे दहशत फैल गया है। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से की शिकायत दर्ज कराने के बाद भी स्थानीय प्रशासन कोई कार्यवाही नही की जा रही है ।
ग्रामीणों में भय का माहौल ब्याप्त हो गया है कॉरोना को लेकर ग्रामीण इस कदर भयभीत हो गए हैं की अपने ही गाँव के किसी व्यक्ति के गांव से आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया है
ग्रामीणों का कथन है को बाहर प्रदेश से आये लोगो के विषय मे स्थानीय प्रशासन व वन विभाग से शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नही किया जा रहा है जिसको लेकर ग्रामीणों में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश का माहौल बन गया है।
प्राप्त सूचना अनुसार सम्पत्ति दास महंत फड़ मुंशी ग्राम छडोरिया निवासी द्वारा तेंदूपत्ता संचालन के लिए कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बिना किसी अनुमति लिए बिना ई पास के महारास्ट्र से 13 व्यक्ति को लाकर काम पर लगाया गया है और उन 13 व्यक्तियों को बरनाकुन्डा में रखा गया है । इन 13 ब्यक्ति की कॉरोना जाँच नही कराई , क़वारन्टीन नही किया है और सीधे काम मे लगा दिया गया है फड़ मुंशी संपत्ति दास के मनमाने रवैये को लेकर ग्रामीणों द्वारा संपत्ति दास महंत पर कोविड नियमो का उलांघन करने के लिए कड़ी कार्यवाही की मांग की जा रही है