शासन से बिना अनुमति पार्षद निधि से लाखों रुपये के सामग्री खरीदी का मामला
मंत्री ने दी विधानसभा में लिखित जवाब में जानकारी
घरघोडा- छत्तीसगढ़ में सबसे सुर्खियों में रहने वाला नगर पंचायत घरघोड़ा अब पार्षद निधि में हुये लाखो रुपये गड़बड़ झाले को लेकर पुनः विवादों से घीर गया है घरघोड़ा नगर पंचायत के तत्कालीन नगर पंचायत अधिकारी व कर्मचारियों ने पार्षद निधि में शासन द्वारा निर्धारित बिंदुओं के नियमो को ताक में रख कर लाखों रुपये की जल प्रदाय समाग्री क्रय कर ली गयी थी जिसे लेकर बेलतरा से बीजेपी विधायक श्री रजनीश सिंह ने विधानसभा में लगाये अतारांकित प्रश्न में घरघोड़ा नगर पंचायत में हुये पार्षदनिधि की खरीदी की जानकारी मांगी गयी है उन्होंने अपने सवाल में पूछा है वर्तमान 4 वर्षों में पार्षद निधि से किन किन कार्यो में ब्यय किया गया है व जो समाग्री शासन द्वारा पार्षद निधि में निर्धारित है उसकी अनुमति ली गयी है या नही , यदि नही ली गई है तो क्या कार्यवाही की गई इस पर विभागीय मंत्री श्री शिव कुमार डहरिया ने लिखित जवाब में बताया कि उक्त अवधि में शासन द्वारा जो बिंदु निर्धारित की गई थी उससे हट कर हुये क्रय करने वाले उक्त अवधि के तत्कालीन नगर पालिका अधिकारी के विरुद्ध विभागीय जांच संशित की जाती है ।
विधानसभा में दिये जवाब में लगभग 20 लाख रुपये के नल जल समाग्री नियमो के विपरीत जा कर तत्कालीन नगर पालिका अधिकारी व कर्मचारियों ने नियमो की जानकारी होने के बाद भी क्रय कर लिया गया था।
लाखो रुपये की कुर्सी व अन्य सामग्री का भी क्रय
विधानसभा में दी गयी जानकारी में नगर पंचायत के अधिकारियो व कर्मचारियो ने स्थानीय सामुदायिक भवनों के नवीन विस्तार के तहत लाखो रुपये की कुर्सियां कूलर भी क्रय कि गयी है इस बारे में बताया जा रहा है जितनी खरीदी बतायी जा रही है उतनी समाग्री का स्टॉक है ही नही इस मामले में बरसों से जमे घरघोड़ा नगर पंचायत के स्थापना लिपिक की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है और इसे लेकर भी उच्च स्तरीय शिकायत की तैयारी की जा रही है ।
इस मामले में विजेपी नेता विभागीय जांच की शीघ्र मांग करने हुये दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर अतिशीघ्र कार्यवाही की मांग की गयी है
अब देखना होगा शासन पार्षद निधि में हुये लाखो रुपये के गड़बड़ झाले में कब तक कार्यवाही सुनिश्चित करती है।