घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत 1240 पीएफ घरघोड़ा रेंज के अंतर्गत कुरकुट नदी घाट पर अवैध रेत तस्करी की मुखबिर के माध्यम से सूचना प्रभारी डिप्टी रेंजर मिलन भगत को 12:15 बजे प्राप्त हुई सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार कुरकुट नदी घाट में 2 ट्रैक्टर लगी हुई है दोनों ट्रेक्टर गुमड़ा निवासियों की है ट्रेक्टर अवैध रेत से भरी हुई बताया गया सूचना के आधार पर वन क्षेत्र से रेत का अवैध परिवहन करते जानकारी मिलने पर पकडने के लिए डिप्टी रेंजर साथ चौकीदार ने मौके पर पहुँचे जहाँ अवैध रेत से भरी 2 ट्रेक्टर निकलने की तैयारी में थी रेत चोरों ने डिप्टी रेंजर को देखा तो होश उड़ गए। 2 ट्रेक्टर में से 1 ट्रेक्टर ड्राइवर ने डिप्टी रेंजर को दबाने की कोशिश करते हुए गाड़ी को ठोकते मारकर भागने में कामयाब हो गई ।
डिप्टी रेंजर भगत की कार को छतिग्रस्त स्थिति में ।।
वही दूसरी ट्रेक्टर सोनालिका ट्रैक्टर को पकड़ा लिया गया इतने में रेत तस्करों ने पकड़े गए ट्रैक्टर को छुड़ाने की कोशिश में डिप्टी रेंजर एवं चौकीदार के साथ जानलेवा हमला करने का प्रयास किया तथा डिप्टी रेंजर की कार में भी तोड़फोड़ किए फिर भी डिप्टी रेंजर और चौकीदार ने हार नहीं मानी मौके से रेत तस्करों से लड़ते हुए ट्रैक्टर को जब्ती कर वन अधिनियम की कार्यवाही करते हुए विभाग को सुपुर्द कर दिया । वन विभाग के डिपो में अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर को जब्ती कर रखा गया है । अपने विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के ऊपर जानलेवा हमला किया गया । सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार उच्च अधिकारी द्वारा एक सोनालिका ट्रेक्टर जो डिप्टी रेंजर को कुचलने की कोशिश की उस ट्रेक्टर मालिक से मोटी रकम की भरपाई ले कर छोड़ दिया गया है । वही साथ मे अवैध रेत से भरी दूसरे ट्रेक्टर को पकड़ कर लाया गया है और निस्तार डिपो में खड़ा किया है उसे दूसरे ट्रेक्टर को भी मोटी रकम के चढ़ावे लेकर छोड़ने का दवाव उच्च अधिकारी द्वारा घटना से पीड़ित डिप्टी रेंजर पर बनाया हुआ है ।
देखना होगा खबर छपने के बाद क्या वन विभाग अपने अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी के ऊपर किये गए हमलावर गुमड़ा निवासी सोनालिका ट्रेक्टर को भी पकड़कर लाती और अपने विभाग के कर्मचारियों के समर्थन करते हुए उक्त ट्रेक्टर मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए ट्रेक्टर के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्यवाही करती है । या फिर पहले छोड़े गए ट्रेक्टर की तरह पकड़े गए दूसरे ट्रेक्टर को भी चढ़ावे के साथ छोड़ दिया जाता है
रेत तस्करों पर क्या कार्यवाही होती है । हौसले मंद अधिकारी कर्मचारी जो अपनी जान की परवाह किए बिना ही तस्करी के मामले पर निडर होकर कार्यवाही करते हैं । ऐसे में अगर रेत तस्करों को बक्श दिया जाएगा तो ईमानदार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के हौसले पस्त होंगे ।