प्राप्त जानकारी अनुसार एनटीपीसी तलाइपल्ली परियोजना में दिसंबर से मार्च तक लगभग 3 महीने से खनन का कार्य पूरी तरह से ठप्प है , ग्रामीणों के कथनानुसार परियोजना में बैठे अधिकारियों कर्मचारियों के सुस्त रवैया अपनाने की वजह से परियोजना को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुँचा है , खनन नही होने से छत्तीसगढ़ शासन को करोडो का राजस्व हानि उठाना पड़ रहा है बताये अनुसार एनटीपीसी तलाइपल्ली द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में किसानों का सिर्फ शोषण किया जा रहा है प्रभावित ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय लोगों को खनन कार्य बंद बता कर लोगो को काम से बाहर निकाल दिया गया है जिसके कारण लोगो की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है जल जंगल जमीन से वंचित किसानों को एनटीपीसी ने भरोसा दिलाया की उनके जीवन यापन के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही गई थी परंतु एनटीपीसी ने उन्हें बीच मझधार पर अकेले छोड़ दिया और लोगो को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर कर छोड़ दिया है जबकि करोना कॉल के समय लोगों का जिना मुश्किल हो गया है प्रभावित बेरोजगार युवाओं को रोजगार की आवश्यकता है लेकिन महारत्न कम्पनी की खदान बंद होने के कारण क्षेत्र के लोग रोजगार विहिन होने के कारण रोजी रोटी से जुझना पड़ रहा है।
एनटीपीसी तलाइपल्ली की 3 महीने से खदान बंद पडी – युवाओं को रोजगार के लाले पड़े , करोड़ों का नुकसान के बाद भी अधिकारी मस्त
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Khabar Khule Aam Desk
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