जिला पंचायत को अंधरे में रखकर कराया 2 दिनों में आदेश, परिवर्तन आदेश सवालों के कटघरे में खड़े ??
रायगढ़ जिले के सबसे छोटे जनपद पंचायत घरघोडा में कुल 42 ग्राम पंचायत है लेकिन कारनामे बड़े बड़े हो रहे है बड़े जनपद पंचायतो को भी पीछे छोड़ दे देते है। जनपद पंचायत सीइओ के कार्यकाल में भ्रस्टाचार करने वाले सचिवों की खुलकर मौज हो गई है प्राप्त जानकारी अनुसार घरघोडा जनपद सीईओ के द्वारा भ्रष्ट सचिवों का अनुशंसा करते हुए जिला पंचायत सीईओ को अंधेरे में रख कर छोटे पंचायत से बड़े पंचायत में भेजा जा रहा है । ऐसा ही मामला घरघोडा के ग्राम पंचायत कुडुमकेला का सामने आया है ग्राम पंचायत में विकास कार्यो के लिए जनपद स्तर पर सबसे ज्यादा पैसे शासन द्वारा भेजा जाता है जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणों के बताए अनुसार ग्राम पंचायत के तत्कालीन सचिव केशव पटेल जो कुडुमकेला के साथ लगे हुए पंचायत कोसमघाट के अतिरिक्त प्रभार पर बड़ी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक निर्वहन कर रहे थे । जनता के पैसों को जनता के विकास कार्यो मे खर्च किया जा रहा था जिसके कारण दोनों ग्राम पंचायत के सरपंच से लेकर ग्रामीण भी खुश है । बावजूद एक आदेश ने सरपंच पंच के साथ ग्रामीणों के होश उड़ा दिया ।
सचिव केशव पटेल को 27/9/22 को आदेश क्र 7121 में जिला पंचायत के द्वारा कुडुमकेला की पूर्ण जवाबदारी दी गई और 2 दिनों में 29/9/22 को संशोधित आदेश क्र 7257 जारी किया जाता है जिसमे गोपाल सिंह ठाकुर को कुडुमकेला का।प्रभार देते हुए केशव पटेल को कया पंचायत का प्रभार दिया जाता है । केशव पटेल के खिलाफ 2 दिनों में जनपद पंचायत सीईओ को ऐसा क्या दिखा या उन्हें ऐसा क्या नही मिला !! कि उन्हें हटाने में देर नही किया गया ।
2 दिनों में बदले अपने ही आदेश को सवालों के कटघरे में खड़े किया….
ग्राम पंचायत छोटेगुमड़ा के सचिव व कुडुमकेला में रहे पूर्व सचिव गोपाल सिंह ठाकुर जिस पर कुडुमकेला पंचायत में रहते हुए पंचायत में आर्थिक अनियमितता को लेकर निलंबित किया गया था । ग्राम पंचायत पोरडा में रहते हुए शौचलय निर्माण के नाम पर पैसे आहरण किया गया और नही बनाया गया जमकर भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा की गई है सचिव पर कुडुमकेला पंचायत में रहते हुए लाखों रुपये की वसूली राशि बकाया होने के साथ विभागीय जांच के दौरान भ्रष्टाचार से लिप्त कैश बुक जैसे महत्वपूर्ण रिकार्ड गायब करने का गंभीर आरोप लगाया गया है
बड़े राजनीतिक रसूख रखने का हवाला देने वाले चाहते सचिव गोपाल के लिए कुडुमकेला का आदेश जारी करना व अन्य सचिवों को परेशान करने के लिए किसी को 20 से 70 किमी दूर करना जन चर्चा का विषय बना हुआ है।
भ्रष्टाचार में लिप्त सचिव गोपाल सिंह को कुडुमकेला स्थानांतरण करने से जनपद पंचायत सीईओ के खिलाफ ग्राम पंचायत के लोगो मे आक्रोश फैल गया है वही जनपद के अन्य पंचायत में भी सीइओ के क्रियाकलापों व ट्रांसफर करने की वजह से सरपंच सचिव में तालमेल की कमी के कारण शासन की योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन नही हो रहा है लेकर जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधि सीईओ के खिलाफ आक्रोशित होने के साथ आंदोलन करने की बात कही जा रही है ।