आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल मे पिछले दिनों 7 स्कूली बच्चे व 5 शिक्षक आरटी पीसीआर टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाए गए,टेस्ट रिपोर्ट आते ही क्षेत्र में प्रबंधन के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटना शुरू हो गया ,स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार स्कूल में पहला कोरोना पॉजिटिव आत्मानंद इंग्लिश मीडियम के एक शिक्षक थे जिनका तार भुगदेवपुर नवोदय विद्यालय से जुड़ा था, जिस की गंभीरता को समझते हुए स्वास्थ विभाग ने उनका टेस्ट किया और कोरेंटिन रहने की सलाह दी ! पहले पॉजिटिव आने के बाद इंग्लिश मीडियम स्कूल के लगभग सभी स्टाफ का टेस्ट कराया गया, जिसमें से कई शिक्षक पॉजिटिव पाए गए!! कोविड-19 टेस्ट होने के बाद और रिजल्ट आने तक मरीज को कोरेंटिन रखा जाता है ताकि अगर मरीज पॉजिटिव हो तो बीमारी और ना फैले सके,लेकिन सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार कोविड-19 टेस्ट होने के बाद भी शिक्षकों को प्रबंधन द्वारा स्कूल बुलाया गया!! नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर कुछ शिक्षकों ने हमें बताया कि प्रबंधन द्वारा स्कूल आने के लिए दबाव बनाया गया!! स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आज 30-40 टेस्ट किए जा चुके हैं जिसमें और भी कोरोना पॉजिटिव आने की संभावनाएं हैं!!प्रबंधन की गलती के कारण अब बच्चे भी इसकी चपेट में आ चुके हैं!!
अधिकारियों को सूचना देने के बाद जिम्मेदारी खत्म ??
स्कूल में पहले पॉजिटिव मरीज की पुष्टि होने के 3 दिन बाद नगर पंचायत घरघोड़ा की शिक्षा विभाग की सभापति और वार्ड 07 पार्षद पूनम चौहान स्कूल के औचक निरीक्षण पर पहुंची, जहां उन्होंने प्रबंधन की लापरवाही ओं को देखकर नाराजगी व्यक्त की !! प्रबंधन द्वारा सभापति को कहां गया कि “हमने अधिकारियों को सूचना दे दी है हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं” जाहिर सी बात है स्कूल जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देशन और मार्गदर्शन पर चलता है!! अब इस पर सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ अधिकारियों को सूचना देने के बाद प्रबंधन की जिम्मेदारी खत्म हो जाती है ??
स्कूल में पहले कोरोना पॉजिटिव आने के 4 दिन बाद कराया गया स्कूल को सेनीटाइज!!
पूनम चौहान के निरीक्षण के बाद चौथे दिन घरघोडा नगर पंचायत को सभापति द्वारा सूचना मिलने के बाद संपूर्ण स्कूल को सेनीटाइज कराया गया!! नगर पंचायत के अधिकारियों की माने तो अगर पहले दिन भी सूचना दी जाती तो पहले दिन ही सैनिटाइज कर दिया जाता लेकिन पंचायत को स्कूल प्रबंधन या किसी अधिकारी द्वारा किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी गई!!
पूनम चौहान घरघोडा
नगर पंचायत शिक्षा विभाग सभापति
शिक्षक समाज के सबसे बुद्धिजीवी वर्गों में से एक हैं, इनसे ऐसी लापरवाही की उम्मीद नहीं थी!!