

रिषभ तिवारी धरमजयगढ़ से
धरमजयगढ़ :- सोमवार की शाम अस्पताल में भर्ती एक मासूम बच्ची को रेफर किये जाने के बाद एम्बुलेंस की व्यवस्था में देर होने के कारण बीजेपी के कार्यकर्ता सिविल अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए। इस बीच एक और मरीज का ब्लड रिपोर्ट देने में देर होने के कारण अस्पताल के एक स्टॉफ के साथ विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। उसके बाद तत्काल पीड़ित मासूम बच्ची को रायगढ़ जिला अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन तब तक बीजेपी के कई कार्यकर्ता अस्पताल पहुंच चुके थे और वे अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर धरने पर बैठ गए। धरना प्रदर्शन के दौरान अस्पताल प्रबंधन, भुपेश सरकार और स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई साथ ही बीएमओ को हटाए जाने की मांग करते रहे। काफी देर बाद बी एम ओ एवं अस्पताल प्रबंधन के द्वारा मानमनौव्वल का प्रयास किया गया लेकिन कार्यकर्ता अस्पताल की व्यवस्था सुधार करने की अपनी मांगों पर अड़े रहे।
बताया जा रहा है कि मासूम बच्ची टायफायड से पीड़ित थी। इस बीच इलाज के दौरान उसकी हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद उसे बेहतर उपचार के लिए तत्काल रायगढ़ रेफर किया गया।
लेकिन रायगढ़ ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था में देर होने के कारण वहां मौजूद लोग भड़कने लगे और धीरे धीरे माहौल गर्माने लगा। जिसके बाद बीजेपी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए वहीं धरने पर बैठ गए। इस दौरान प्रदर्शन कारियों के द्वारा लगातार नारेबाजी की जाती रही। वहीं अस्पताल प्रबंधन एवं बी एम ओ के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जब तक सी एच एम ओ मौके पर नहीं आएंगे तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। खबर लिखे जाने तक बीजेपी नेताओं का प्रदर्शन जारी था।














