पारदर्शिता ही लगाम का काम करेगी???
जुआ सट्टा जैसे जरायम पेशा में सम्मिलित सभी चेहरे बेनकाब कर रायगढ़ पुलिस को होटल संचालक की भूमिका करनी चाहिए उजागर…!!
रायगढ़:- मयंक अग्रवाल की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है सामाजिक संगठन राजनीतिक दलो के साथ पूरा शहर इस घटना की कड़ी निंदा कर रहा है। शहर के प्रतिष्ठित होटल में चल रहे जुआ – सट्टा के अवैध कारोबार में संलिप्त सभी लोगों के नाम और पहचान उजागर होने के साथ-साथ दोषियों के ऊपर कार्यवाही का पूरे शहर को इंतजार है! युवक की आत्महत्या मामले के तार शहर के प्रतिष्ठित होटल से जुड़े होने की चर्चा लोगों की जुबान पर है तथा होटल में जुआ सट्टे में संलिप्त लगभग 2 दर्जन लोगों द्वारा खेलने की बाते सामने आ रही है? और अगर ऐसा है तो आवश्यक हो जाता है कि उस दिन होटल में जुआ खेलने वाले सारे व्यक्तियों का नाम और पहचान सार्वजनिक होनी चाहिए! होटल संचालक भी पुलिस के रडार पर है पुलिस के द्वारा होटल के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जब्ती कर फुटेज खंगाले जाने चर्चा सोशल मीडिया और मीडिया के साथ-साथ शहर के लोगों की जुबां पर भी बनी हुई है! मगर इस बात की अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि या खुलासा नहीं किया गया है, और नाही हम इस बात की पुष्टि नहीं करते!! किंतु फिर भी तथ्यों के आधार पर जनचर्चा का विषय और सूत्रों से मिली जानकारी पाठकों के सामने लाना भी जरूरी है! क्योंकि यह मामला सिर्फ जुआ और सट्टा से जुड़ा हुआ नहीं रह गया है बल्कि एक व्यक्ति की मौत से जुड़ गया है इसलिए यह मामला बहुत गंभीर हो गया है! बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए होटल संचालक की भूमिकाओं के साथ साथ होटल में संचालित जुआ सट्टा जैसे जरायम पेशा में सम्मिलित सभी चेहरे को पुलिस द्वारा सर्वजनिक करते हुए मामले का विस्तृत खुलासा किया जाना चाहिए! क्योंकि पारदर्शिता भी एक लगाम का काम करती है! ताकि जरायम पेशे से जुड़े लोग और सामाजिक बुराई को समाज से बाहर किया जा सके! होटल के संचालक को चाहिए कि वह उस दिन जो लोग होटल में जुआ खेलने आए थे उन सारे लोगों की पहचान कर पुलिस को नाम व पहचान बताएं ! जिससे पुलिस का भी काम आसान हो जाएगा और पुलिस को चाहिए कि सारे लोगों का नाम उजागर करें और उनसे पूछता कर आत्महत्या से जुड़े सबूतों को इकट्ठा करें साथ ही अगर मृतक युवक के फोन कॉल रिकॉर्ड को खंगाला जाएगा तो उससे भी बहुत सारे सबूत निकल कर सामने आएंगे जिससे मृतक युवक को जल्द से जल्द न्याय मिल सकेगा। बहरहाल मयंक अग्रवाल को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मामले में 4 आरोपियों के विरुद्ध अपराध दर्ज हो चुका है तथा तीन आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, तथा रायगढ़ पुलिस मामले की बारीकी से जांच करने की बात कहीं जा रही है! शहर के प्रतिष्ठित होटल में चल रहे जुआ – सट्टा के अवैध कारोबार में संलिप्त सभी लोगों के नाम और पहचान कब उजागर होंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा!