तमनार /दुलेन्द्र पटेल 5.10.2023 रायगढ़ जिले के केलो बनांचल आदिवासी औद्योगिक क्षेत्र तमनार में भारतीय जनता पार्टी लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र द्वारा 15 किमी पदयात्रा के साथ सड़क आंदोलन चक्का जाम 5 अक्टूबर को प्रातः8 बजे से प्रारम्भ होकर शाम 5 बजे समापन की गई। चक्का जाम से सड़क के दोनों ओर सैकड़ो भारी वाहनों की कतार लग गई। हुंकराडीपा व झिंगोल से तमनार तक 15 किमी पदयात्रा में हजारों युवा महिला भाजपा कार्यकर्ता एवं ग्रामीणजन शामिल हुए।
हुंकराडीपा से सड़क आंदोलन पदयात्रा में सलिहाभांठा में पूर्व विधायक सुनीति राठिया के नेतृत्व में सैकड़ों महिलाओ ने गड्ढा कीचड़ों में धान रोपाई कर विरोध जताया। 4 सूत्रीय मांग हेतु मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन में पूंजीपथरा से लेकर हुंकराडीपा तक सड़क निर्माण तीव्रगति से हो। तमनार नगर के लिये अतिशीघ्र बाईपास का निर्माण हो। उद्योगों में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार दिया जावे। क्षेत्र में किसानों के भू-अर्जन के चार गुना की राशि में 30% की कटौति को तुरंत समाप्त किया जावे। सड़क आंदोलन सभा मे पूर्व मंत्री सत्यानंद राठिया,पूर्व विधायक सुनीति राठिया,जिलामहामंत्री सतीश चंद्र बेहरा,भाजयुमो जिलाध्यक्ष विनायक पटनायक, शांता साय,सुषमा खलको,लोकेश्वरी सिदार,सोहद्रा राठिया,अमल साय,रमेश बेहरा,बसंत राठिया, जागेश सिदार,रामचरण कुम्भकार,कैलाश पटनायक,जतिन्द्र साव,बंशी चौधरी, गिरजा शंकर पटेल, महेश राम, पितेश बेहरा, राजेश बेहरा, दीपक पटनायक,राजेश गुप्ता अन्य ने सम्बोधित किया।
एसडीएम ऋषा ठाकुर एसडीओ पीडब्ल्यूडी एम.एस. नायक के लिखित आश्वासन 6 अक्टूबर से ही मरम्मत कार्य शुरू करने समझाइस पर शाम 5 बजे चक्का जाम समापन किया गया।
एम. एस. नायक अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग उप संभाग रायगढ़ ने आश्वासन देते कहा कि पूंजीपथरा झिंगोल से तमनार सलिहाभांठा मिलुपारा मार्ग को एक सप्ताह के अंदर सुधार कर दिया जाएगा, वर्षा ऋतु समाप्त होने के पश्चात कॉक्रीट सड़क का निर्माण प्रारंभ कर दिया जायेगा।तमनार बाइपास निर्माण का वर्ष 2024 -25 अनुपूरक बजट में शामिल करने हेतु प्रस्ताव उच्च कार्यालय को प्रेषित कर दिया जावेगा।
बता दें कि पूंजीपथरा से तमनार की बदहाल सड़क में बड़े-बड़े गड्ढों कीचड़ डस्ट से भारी परेशानी के साथ दुर्घटनाएं हो रही है। सड़क के धीमी निर्माण एक तरफ ऊँचाई तो एक तरफ खाईनुमा गड्ढे हो गए हैं, यह सड़क जनपद व तहसील अस्पताल एवं स्कूल कालेज का मुख्य मार्ग है। रोजाना हजारो कर्मचारी श्रमिक प्लांट,ग्रामीण जन मुख्यालय एवं सैकड़ो छात्र छात्राएं स्कूल कालेज अपना जान जोखिम में डालकर आवागमन करते है। 50 साल में पहली बार इस तरह सड़क की दुर्दशा हुई है। जनता नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।