एकमात्र चक्रधर नगर थाने दो वर्ष में 76 सट्टा एक्ट के प्रकरण पर हुई कार्यवाही…
रायगढ़:- सट्टा के गोरखधंधे को लेकर लगातार खुलासे के बाद चक्रधर नगर थाना क्षेत्र में भी सट्टा कार्यवाही को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आ रहें है! पुलिस की अपराधिक डायरी से मिली जानकारी के मुताबिक चक्रधर नगर थाने वर्ष 2021 में 36 तथा वर्ष 2022 में 40 सट्टा एक्ट के प्रकरण पर कार्यवाही की गई है।लगभग विगत 20 वर्ष पहले रायगढ़ शहर में इक्के दुक्के ही सट्टा के जरायम पेशे की खाई वाली करते थे किंतु वर्तमान परिदृश्य में खाई वालों की तादाद पिछले दो से तीन दशकों की अपेक्षा 2 से 3 गुना बढ़ गई है जो पहले खाईवालों के लिए पट्टी लिखने का काम करते थे वह अब खुद बड़े खाई वाल बन चुके हैं। सामाजिक बुराई सट्टा की गिरफ्त में आकर अमीर गरीब और मध्यम सभी तबके के लोग अपनी कमाई और जमा पूंजी खाईवालों के पास लूटा रहे हैं तथा आर्थिक तंगी की वजह से कई लोग असमय ही इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं!
सर्वविदित है कि विगत दो दशकों के दौरान शहर के तमाम क्षेत्रों और मोहल्लों के साथ-साथ जिले के समस्त विकास खंडों के ग्रामीण अंचलों में इस सामाजिक बुराई सट्टे ने अपनी जड़े जमा ली हैं! आलम यह है कि खाईवालों के लिए सट्टा पट्टी लिखने वाले पर्चीबाज शहरों से लेकर ग्रामीण अंचल तक सक्रिय हैं तथा चौक- चौराहों पर चाय की गुमटी,पान ठेलों, किराना की दुकानों और सब्जी दुकानों की आड़ में खुलेआम सट्टा खेलाया जा रहा है पिछले दो दशकों के दौरान शहर के लगभग सभी सट्टा खाईवाल और पट्टीबाजो पर पुलिस के द्वारा विभिन्न थानों में समय-समय पर कई बार सट्टा एक्ट के प्रकरण दर्ज हुए और कुछ पर धारा 110 जा0फौ0 निगरानी की कार्यवाही भी हुई है! पुलिस की अपराधिक रिकॉर्ड में मौजूद है तथा खाई वालों को जिला बदर की कार्यवाही भी की जा चुकी है किंतु फिर भी यह सटोरिए अपने नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और लगातार शहर में सट्टा खेल वाने के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं! बहरहाल चक्रधर नगर थाना क्षेत्र में भी सट्टा कार्यवाही के चौंकाने वाले आंकड़े आये सामने आये है तथा जल्द ही इस जरायम पेशे से जुड़े लोगों के नाम सार्वजनिक होने का भी अनुमान लगाया जा रहा है!
बहरहाल सामाजिक बुराई सट्टा जैसे जरायम पेशा से जुड़े सट्टेबाजों के अपराधिक रिकॉर्ड लगातार मीडिया पर उजागर हो रहे हैं जिससे सट्टेबाजों में भी हड़कंप मचा हुआ है इस जरायम पेशे के आंकड़ों के आधार पर बड़ी मछलियों पर आने वाले दिनों में बड़ी कार्यवाही होने के कयास लगाए जा रहे हैं!!