पोस्टमार्टम के बाद परिवार और ससुराल वालों में जमकर विवाद,मायके वालों ने जलाने का आरोप लगाकर शव के अंतिम संस्कार अधिकार मांगा,ससुराल वाले भी अड़े रहे..
विवादित स्थिति बनती देख पुलिस बल पहुंचा,प्रशासन ने शव को कब्जे में लेकर सुबह फैसले की बात कही
रात भर मायके और ससुराल पक्ष के दर्जनों लोग अस्पताल में डटे रहे ।।
रायगढ़:- जिले के सरिया थाना अंतर्गत ग्राम अमेरी में सन्दिग्ध अवस्था मे जली एक नवविवाहिता की जिंदल अस्पताल के बर्न यूनिट में इलाज के दौरान 17 नवम्बर को मौत हो गई। घटना को लेकर मृतिका के मायकों वालों का आरोप है कि ससुराल वालों ने उनकी बेटी को जलाकर मार डाला है। अतः छ्ग पुलिस और प्रशासन उन्हें न्याय दे। साथ ही बेटी के अंतिम संस्कार का अधिकार उन्हें देते हुए पोस्टमार्टम के बाद बेटी का शव उन्हें प्रदान करें।
वहीं ससुराल पक्ष के लोग भी शव उन्हें दिए जाने की बात पर अड़े रहे।
बीती शाम मृतिका के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के दौरान ससुराल और मायके पक्ष वालों में जमकर विवाद हो गया। हालात बिगड़ते देख पुलिस के आला अधिकारियों के अलावा बल को भी जिला अस्पताल आना पड़ गया। खुद csp योगेश कुमार पटेल,प्रशिक्षु आई पी एस पुष्कर शर्मा,थाना प्रभारी कोतरा रोड चमन सिन्हा ने दोनों पक्षों को समझाईस देने की कोशिश की। परन्तु इसके बाद भी बात नही बनती देख,अंततः मामला sdm रायगढ़ के निणर्य पर छोड़ दिया गया। इसके बाद दोनों पक्ष के लोग देर रात तक sdm कार्यालय में डटे रहे। यहां sdm रायगढ़ युगल किशोर उर्वशा ने विवादित स्थिति देख दोनों पक्षो की सहमति के बिना तत्काल शव किसी को भी न देने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में सुबह निर्णय लिया जाएगा । तब तक शव प्रशासन के कब्जे में मर्चुरी रूम में रहेगा।
इसके बाद से दोनों पक्ष के दर्जनों लोग जिला अस्पतला मर्चुरी रूम के बाहर जमे हुए हैं। उंन्होने पूरी रात वही काटने का निर्णय लिया है। ताकि सुबह मृतिका प्रतिमा का शव प्राप्त कर विधि-विधान से उसका अंतिम संस्कार कर सकें।
मायके पक्ष के लोगों का कहना है कि जो ससुराल वाले उनकी आठ माह पूर्व व्याही गई गर्भवती बेटी को जलाकर मार दिए है उन्हें अंतिम संस्कार के लिए बेटी का शव नही दिया जाना चाहिए। वही उनके आरोप का खंडन करते हुए ससुराल वालों ने प्रतिमा का शव खुद को दिए जाने की मांग कर रहे है ।