प्रभावित बरौद गांव से सैकड़ों की संख्या में पहुंचे प्रभावित महिला-पुरूष
जिले के घरघोड़ा तहसील क्षेत्र के एस ई सी एल कोयला प्रभावित क्षेत्र ग्राम बरौद के ग्रामीणों द्वारा एसईसीएल पुनर्वास नीति के तहत पुनर्वास और एवं रोजगार की मांग को लेकर आज जिला कार्यालय कलेक्ट्रेट में रैली निकालकर जिला प्रशासन से मांग की गई है एस ई सी एल द्वारा दिए गए आश्वासनों को जिला प्रशासन पुनर्वास नीति के तहत प्रत्येक परिवार को पुनर्वास दिलवाए एवं ग्रामीणों द्वारा यह मांग की गई है कि जिन किसानों की एसईसीएल कोयला प्रभावित जमीन गई है उनके प्रत्येक परिवार के लोगों को नौकरी दी जाए अब देखते हैं यह है कि जिला प्रशासन एसईसीएल रायगढ़ के साथ किस तरीके की कार्यवाही करता है और प्रभावित क्षेत्र के गांव के किसानों को एवं लोगों को न्याय दिलवा है
ग्रामीणों का कहना है कि जिस तरह से एस ई सी एल कंपनी ने जन सुनवाई के समय बड़े-बड़े वादे किए थे वह सब दिखावा है कंपनी द्वारा बताया गया था कि पुनर्वास के तहत मकान दिया जाएगा और प्रभावित परिवार वालों को नौकरी दिया जाएगा जबकि कंपनी इतने साल से चालू होने के बाद भी हम लोगों को नौकरी नहीं दिया जा रहा है जबकि कई बार इंटरव्यू लेने के बाद आजकल आना बोलकर टालमटोल किया जा रहा है अब हम लोग किसके पास जाएं किससे गुहार करें अगर हमारी मांगे पुनर्वास हुआ नौकरी कि नहीं मानी गई तो प्रभावित ग्रामीणों के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जवाबदारी प्रशासन व कंपनी प्रबंधक की होगी।
वन भूमि कक्ष क्रमांक 1286 को आबंटित करनें की मांग को ले कर पहुंचे ग्राम बरौद के समस्त विस्थापित परिवार कलेक्टर कार्यालय
ग्राम बरौद थाना तहसील घरघोड़ा जिला रायगढ़ भूमिहीन एवं भू – प्रभवितों के 300 परिवारों के द्वारा पुर्नबसाहट हेतु वन भूमि ग्राम निस्तारी छोटा झाड़ी जंगल कक्ष क्रमांक 1286 लगभग 900 एकड़ एरिया हैं जिसें समस्त ग्रामवासी द्वारा पूर्व में कब्जा /अतिक्रमण प्रति एक परिवार 10×40 फीट कब्जा किया गया हैं जिससे ग्रामवासियों द्वारा भूमि को आबंटित करनें या वन विभाग की प्रक्रिया में ले कर अधिकार पत्र की मांग की गई हैं ,जिसमें बरौद के विस्थापित परिवार मकान बना कर रहां सकें।