लिखित शिकायत के बावजूद कोई जांच अथवा कार्रवाई का ना होना प्रशासन की भ्रष्ट मानसिकता का परिचायक
मामले पर अपराधिक मामला दर्ज कराने उच्च न्यायालय में जल्द होगी याचिका दायर
धरमजयगढ़ – आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र विकासखंड धरमजयगढ़ के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत उदउदा मे ग्राम पंचायत बरतापाली के सचिव लोचन पटेल के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की परतें परत दर परत खुलती जा रही है, वहीं प्रशासन जांच अथवा कार्रवाई के नाम पर धृतराष्ट्र की भूमिका अदा कर रहा है, प्रशासन के सामने जांच अथवा कार्रवाई की मांग करना भैंस के आगे बीन बजाने की कहावत को चरितार्थ करता है
मामले का विवरण इस प्रकार है – ग्राम पंचायत बरतापाली के सचिव लोचन पटेल के द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी आज्ञा मणि पटेल से सांठगांठ कर ग्राम पंचायत उदउदा मे पंचायत सचिव अमर देव यादव के रहते हुए दिनांक 7/8/2018 से अतिरिक्त प्रभार के नाम पर ग्राम पंचायत उदउदा मे कार्य किया जा रहा था, जिसका खुलासा एक आरटीआई के जवाब से हुआ जिसमें पंचायत सचिव लोचन पटेल के द्वारा प्रभार में नहीं होने की जानकारी लिखित में आवेदक को दी गई उपरोक्त मामले में आवेदक पूर्व उपसरपंच विजय अग्रवाल के द्वारा संबंधित अधिकारियों से लिखित में शिकायत की गई थी, परंतु संबंधित अधिकारियों द्वारा उपरोक्त सचिव के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई भी जांच अथवा कार्यवाही नहीं होने के कारण आवेदक द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की जा चुकी है
मामले का दिलचस्प पहलू यह है कि मामले में उच्च न्यायालय में याचिका दायर होते मुख्य कार्यपालन अधिकारी आज्ञामणि पटेल के द्वारा जांच अथवा कार्रवाई के भय से आनन-फानन में उपरोक्त सचिव को ग्राम पंचायत उदउदा से हटाकर पुनः बरतापाली भेज दिया गया है, वही दिनांक 30/1/2021 को पंचायत सचिव लोचन पटेल के द्वारा सरपंच एवं समस्त पंच गणों की उपस्थिति में नवनियुक्त पंचायत सचिव गुलाब पटेल को विधिवत प्रभार सौंपा गया है, उपरोक्त मामले पर सवाल यह उठता है कि एक तरफ जहां पंचायत सचिव लोटन पटेल के द्वारा आवेदक को प्रभार में नहीं होने की जानकारी दी गई थी तो फिर इनके द्वारा नवनियुक्त सचिव को प्रभार कैसे सौंपा गया? जो की जांच का विषय है।
समस्त प्रकरण पर जांच एवं कार्रवाई हेतु पूर्व उपसरपंच ने पुनः कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को लिखा पत्र
उपरोक्त समस्त प्रकरण पर एक बार पुनःग्राम पंचायत उदउदा पूर्व उपसरपंच विजय अग्रवाल ने कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ को दिनांक 1/7/2021 को पत्र लिखकर पंचायत सचिव लोचन पटेल के द्वारा गलत तरीके से ग्राम पंचायत उदउदा के खाते से आहरित की गई राशि की वसूली कराने तथा उपरोक्त सचिव के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कराने की मांग की है, अपने लिखे गए पत्र में उपरोक्त सभी बातों का वर्णन करते हुए आवेदक ने लिखा है की पंचायत सचिव लोचन पटेल के द्वारा पंचायत मद की राशि का खुलकर दुरुपयोग किया गया है, विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य, बोर खनन एवं प्रशासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा योजना के तहत बने ग्राम पंचायत उदउदा के गोठान के निर्माण में भी भारी मात्रा में अनियमितताएं बरती गई है, आगे उन्होंने लिखा है कि बहुत से मामले ऐसे हैं जिसमें निर्माण कार्य हुआ ही नहीं है, फिर भी इनके द्वारा निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी बिल बाउचर लगाकर लाखों रुपए का आहरण किया गया है, गोठान मे नाली निर्माण, अहाता निर्माण, सीसी रोड निर्माण, गोठान पहुंच मार्ग पर समतलीकरण, गोठान पहुंच मार्ग पर पुलिया निर्माण एवं अन्य बहुत से ऐसे कार्य है जिनका निर्माण कार्य हुआ ही नहीं है, अगर कहीं निर्माण कार्य हुआ भी है तो उसकी लागत कई गुना बढ़ा चढ़ाकर पंचायत की विभिन्न मदों से प्राप्त राशि की बंदरबांट की गई है, उपरोक्त मामले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आज्ञा मणि पटेल धर्मजयगढ़ की भूमिका संदेहास्पद है
क्या कहते हैं पूर्व उपसरपंच
पंचायत सचिव लोचन पटेल द्वाराअपने अपराधिक कृत्य को छिपाने के लिए प्रभार के सम्बन्ध में गलत जानकारी प्रदाय कर आवेदक को भ्रमित करने का प्रयास कर सुचना के अधिकार का माखौल उड़ाया गया है , उपरोक्त मामले में संलिप्त लोगों पर अपराधिक मामला दर्ज कराने हेतु माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर करूँगा