ब्लाक स्तरीय चौहान समाज का अठगंवा समाजिक सम्मेलन तमनार ब्लाक के बनाई में दिनांक 26/02/2023 दिन रविवार को तमनार ब्लाक अध्यक्ष श्री रतिराम चौहान के अगुवायी एवं जिला चौहान समाज के जिला अध्यक्ष महावीर चौहान , कार्यकारी जिला अध्यक्ष मोहनलाल चौहान , महासचिव गंगाराम चौहान , कोषाध्यक्ष कृष्ण कन्हैया चौहान , जिला अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ विजय लक्ष्मी चौहान , जिला अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ संतोष कुमार , जिला उपाअध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ रामनाथ चौहान , समस्त ब्लाक के पदाधिकारी ब्लाक अध्यक्ष अमरनाथ चौहान , सरोज चौहान , अंजना चौहान एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की गरिमामयी उपस्थिति में सामाजिक गोष्ठी का आयोजन रखा गया था।
उक्त अवसर में मुख्य अतिथि माननीया श्रीमति गोमती साय जी सांसद लोक सभा क्षेत्र रायगढ़ के प्रतिनिधि के रूप में विशिष्ठ अतिथि सत्यानंद राठिया पूर्व मंत्री छ० ग० शासन , गोकुलानंद पटनायक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता रोहिणी बसंत राठिया जिला पंचायत सदस्य एवं श्रीमति लंबोदर राठिया सरपंच ग्राम पंचायत बनाई एवं समस्त पंचगण उपस्थित होकर सामाजिक हित में संबोधन करते हुए इस सामाजिक सम्मेलन के साक्षी बने । मुख्य अतिथि विशिष्ठ अतिथि एवं चौहान समाज के जिला एवं ब्लाक पदाधिकारीयों का भव्य स्वागत माल्यार्पण करते हुए मंचासिन कराया गया । इस समेल्लन का शुभारंभ समाज के ईष्ट देव दूल्हा देव एवं बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण एवं दीप प्रज्वलन करते हुए पूजन अर्चन किया गया। इसी क्रम में देव वंदन एवं राज्य गीत गाकर चंद्रमणी चौहान ने अपने मधुर स्वर से इस सम्मेलन में उपस्थित लोगों के हृदय द्वार को दस्तक देते हुए कार्यक्रम में समा बांधा । उद्बोधन के कम में जिला अध्यक्ष महावीर चौहान द्वारा समाज के सर्वांगिण विकास एवं आदिवासी संवर्ग में बहाली होना मुख्य उद्देश्य बताये और इसी कड़ी में जिला अध्यक्ष के उद्देश्य को जिला कार्यकारी अध्यक्ष मोहन लाल चौहान ने विस्तृत रूप में समाज के उत्पत्ति , रहन सहन , वेशभूषा , बोलचाल गोत्र , देवी देवता एवं सामाजिक परंपरा का बखान करते हुए आदिवासीयों के परम्परा एवं सभ्यता से अपने समाज का तुलनात्मक तथ्यात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया और चौहान समाज को आदिवासी होने का प्रमाण देकर मुख्य अतिथि सांसद महोदया के प्रतिनिधि को अवगत कराया और शासन से आदिवासी बहाली होने का सामुहिक रूप से समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए पुरजोर मांग किये।
इस सम्मेलन में सांसद महोदया के प्रतिनिधि को अपने हक आदिवासी बहाली की मांग के लिए चौहान समाज ने अपने समाज के बारे में विस्तृत रूप में बताया कि सन् 1949-50 में मध्यप्रांत में बरार सरकार द्वारा आदिसूची के क्रम संख्या 36 व 39 में गंड़वा / गांड़ा उल्लेख था जिसका लाभ चौहान समाज को 1956 तक प्राप्त होता रहा है । मध्यप्रांत बरार सरकार द्वारा 01 नवम्बर 1956 में मध्यप्रदेश का गठन हुआ । तब मध्य प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जन जाति व अनुसूचित जाति सूची जारी किया गया जिसमें चौहान जाति को अनुसूचित जाति की सूची में शामिल किया गया जो अनुसूची क्र 0 25 में गांड़ा . गांड़ी के उल्लेख है तथा गडावा . गंड़वा को अनुसूचित जनजाति की सूची ( 15 ) में शामिल कर दिया गया है तब से गांड़ा गांडी जाति को अनुसूचित जाति माना गया है जबकि ये दोनो जातियां 1949 अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल थी । गांड़ा समाज का अन्य अपभ्रंश जाति जैसे गडवा , गदवा, पठारी , नेगी , प्रधान आदि जातियां वर्तमान में छ.ग. में अनुसूचित जनजाति सूची में है जबकि गांड़ा जाति को ही अनुसूचित जाति की सूची में सम्मिलित किये है । गडवा , गडावा , गदवा अनुसूचित जनजाति के समान ही गांड़ा जाति समनार्थी शब्द है । यह जाति लगभग छ. ग. प्रदेश के समस्त जिलों में पायी जाती है जिसमें बस्तर , कवर्धा , कोरिया , राजनंदगांव रायगढ़ , सरगुजा इत्यादि है । हाल में ही राजनांद के तात्कालिक सांसद माननीय मधुसुदन यादव द्वारा कहा गया कि चौहान समाज के लोगों को लंबित आदिवासी का लाभ अवश्य मिलना चाहिए । साथ ही मोदी कैबिनेट ने आदिवासीयों को बड़ी सौगात दी है । कैबिनेट ने राज्यों की कई जातियों को अनुसूचित जन जातियों की सूची में शामिल किया है । इन 5 राज्यों में छ.ग., हिमाचल प्रदेश , कर्नाटक , तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश शामिल है । आदरणीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेत्रित्व में मंत्री परिषद की बैठक हुई । इस बैठक में सम्मानीय अर्जुन मुंडा जी द्वारा अवगत कराया गया कि छ.ग. में कुल अधिसूचित 42 जन जातियां है और इनमें से 11 जनजातियों में पर्यायवाची शब्द के रूप में जोड़े गये हैं जिनमें से कमांक 15 में गंड़वा व गदवा को रेवेन्यू रिकार्ड के अनुसार अनुसूचित जन जाति में शामिल किया गया , जो कि गंड़वा व गदवा शब्द चौहान समाज के गांड़ा शब्द का अपभ्रंश शब्द है । इस मामले को पूर्व में चौहान समाज रायगढ़ का नेत्रित्व करते हुए सम्मानीय बी० आर० चौहान ने आदिवासी में वापसी हेतू शासन को गुहार लगाया था जो कि आवेदन शासन के सांसद पटल में लंबित है । उपरोक्त सभी कथनों को सुनकर सम्मेलन के अंत में विशिष्ठ अतिथि सत्यानंद राठिया पूर्व मंत्री छ.ग. शासन एवं गोकुलानंद पटनायक वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता द्वारा चौहान समाज को संबोधित किया गया एवं चौहान समाज उनके हक का आदिवासी में बहाली मांग को समर्थन करते हुए चौहान समाज का शासन के पास लंबित आवेदन को ओपन कर आदिवासी बहाली का आश्वासन दिया।