जिस तरह से प्रदेश में नगरीय निकायो में सत्ता पलट का खेल जोरो पर चल रहा है सत्ता सुख भोगने के लिए पार्षदों का एक पार्टी से दूसरे पार्टी में आना जाना लगा हुआ है । आपको बता दे कि कुछ दिनों पूर्व पत्थलगांव नगर पंचायत में भाजपा के कुछ पार्षद कांग्रेस में शामिल होकर नगर में बैठे भाजपा की सरकार को गिरा दिया और सत्ता की चाबी कांग्रेस के हांथो में दे दिया है ।
घरघोड़ा नगर पंचायत की राजनीति में बड़ा तूफान खड़ा होने की बात से इंकार नही किया जा सकता सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी अनुसार एक तरफ कांग्रेस पार्टी बहुमत होने के बावजूद भी स्थानीय पार्टी नेताओं की खीचतान के कारण सरकार नही बना पाई जिसका मलाला पार्टी को खल रही है। जानकारी अनुसार कांग्रेस वर्तमान में भाजपा के अध्यक्ष को हटा कर सत्तासीन होने के लिए कसरत शुरू करने की शुरुआत कर दी है । वही दूसरी तरफ भाजपा अपने किले को मजबूत करने के लिए कांग्रेस से एक कदम आगे बढ़ते हुए एक पार्षद को अपने खेमे में शामिल करने की जानकारी मिल रही है । आगे देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी नगर पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव लेकर अपनी बहुमत वाली पार्टी को सत्तासीन करती है या नेतानुमा नेता अपना वजूद बचाने के लिए पार्टी की लुटिया डुबोते है ।