डेस्क खबर खुलेआम हीरालाल राठिया
तीन दिनों से ढूंढ रही NDRF की टीम को आज सुबह मिला शव
लैलूंगा । रायगढ जिले के लैलूंगा के खम्हार पाकुट डेम में 5 तारिक को नाव में बैठकर गुड़ाखू घिसने वाला एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति जैसे ही कुल्ला करने के लिए झुका तो वह डैम में जा गिरा। वहीं 45 घंटे से लापता ग्रामीण की खोजबीन के लिए NDRF की टीम लगी हुई थी है। आज सुबह गोताखोर की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान शव बाहर निकल आया शव बरामद के बाद परिजनों की उपस्थिति में शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है आपको बता दे कि लैलूंगा से तकरीबन 10 किलोमीटर दूर ग्राम जामबहार स्थित पाकुट डैम में गांव की समिति ने मत्स्य पालन के लिए मछली बीज डाल रखा है और देखरेख के लिए बांध किनारे अस्थायी झोपड़ी भी बनाई गई है।ग्राम जामबहर निवासी श्यामलाल राठिया आत्मज पैतराम (50 वर्ष) अपने एक साथी के साथ मछली की रखवाली के लिए झोपड़ी से शनिवार दोपहर तकरीबन डेढ़ बजे निकला और उसे नाव से डैम के दूसरे छोर में छोडऩे के बाद वापस लौटने लगा। बरसाती पानी से भरे डैम के बीच पहुंचने पर गुड़ाखू की तलब होने पर श्यामलाल ने नाव चलाने के दौरान गुड़ाखू भी किया।नइसके बाद वह कुल्ला करने के लिए जैसे ही वह पानी लेने झुका, अचानक नाव से वह डैम में जा गिरा। किनारे मौजूद लोगों ने श्यामलाल को डैम में गिरते देख उसके परिजनों और पुलिस को सूचना दी तो वहां हडक़म्प मच गया। ग्रामीणों के साथ वर्दीधारियों ने नाव लेकर डैम का जायजा भी लिया, मगर जलमग्न अधेड़ का कोई पता नहीं चला। यही नहीं, दूसरे दिन यानी रविवार दिनभर भी ग्रामीणों और पुलिस ने डैम की खाक छानी और लापता श्यामलाल की तलाश की, लेकिन देर शाम तक सफलता हाथ नहीं लगी। ऐसे में पुलिस अब बाहर से गोताखोर टीम की मदद से शव को बरामद कर लिया है ।
हीरालाल राठिया की रिपोर्ट