साम्भर की मौत की उच्च स्तरीय जाँच हो – गोपाल अग्रवाल ( वन्य प्राणी प्रेमी )
घरघोड़ा वन परिक्षेत्र के छोटे गुमड़ा व बड़े गुमड़ा के सीमा में सुबह 8 से साम्भर के कुँए में गिरने की ग्रामीणों की सूचना पर घरघोड़ा वन विभाग टीम के साथ तत्काल रेस्क्यू के लिए जेसीबी मशीन लेकर 9 बजे तक मौके पर पहुँच गई थी परन्तु जिला अधिकारियों के आदेश के इंतिजार में जेसीबी को मौके पर खड़ा करके रखा गया था जिसके कारण साम्भर की मौत होने की बात कह रहे है ग्रामीणों से जानकारी अनुसार उक्त सांभर सुबह 6 बजे जंगल मे घूम रहा था ग्रामीण प्रत्यक्ष दर्शियों के बताए अनुसार उक्त साम्भर को कुत्तो के द्वारा दौड़ाया जा रहा था साम्भर अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा था और कुँवा में जा गिरा , कुँए में गिरे साम्भर को देख ग्रामीणों ने सूचना वन विभाग को दी जिस पर वन परिक्षेत्र अधिकारी घरघोड़ा ने तत्काल टीम के साथ घटना स्थल के लिए रवाना हो गए , वन विभाग ने कुँए में गिरे साम्भर को सुरक्षित निकालने के लिए जेसीबी मशीन ले जाया गया और जेसीबी मशीन से साम्भर को सुरक्षित कुँए से निकला गया , पिकअप गाड़ी से घरघोड़ा लाया गया और उपचार के दौरान सांभर की मौत हो गई । बिना चीरफाड़ किये साम्भर का पोस्टमार्टम किया गया और पीएम करने पाश्चत शव को गोमर्डा अभ्यारण भेजा गया जहां मांसाहारी पशुओं का आहार बन सके ।
वही दूसरी तरफ रायगढ़ के वन्य प्राणी प्रेमी गोपाल अग्रवाल ने वन विभाग को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया है कि जिले में कम संख्या वाले साम्भर की मौत कुँए में गिरने के कारण हुई है और जीव विचरण क्षेत्र में कुँए के आसपास घेरा देखरेख करने का काम वन विभाग का होता है कही न कही पूरी घटना पर वन विभाग की लापरवाही को दर्शाता है और इतनी बड़ी घटना के बाद जिला वनमंडलाधिकारी देखने तक नही पहुँचना दुर्भाग्यपूर्ण होने की बात कही है। साम्भर की मौत पर उच्च स्तरीय जाँच की मांग की है