किसानों की मेहनत पर फिरा पानी , खराब धान बीज ने दिया धोखा किसानों का आरोप … कृषि विभाग अधिकारी कहते है ….. !!

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
R.O. No. 13098/21
AVvXsEhihnGwCyFeiKNC1jtFDd9Q2RMHKEdGx 1877YZJKgRM2kLRZBtCJ2uJKTnHImqG Jtrf2s5LLjnRGcLJKU08mLXm jQaNsWNgIyLLESkyCLDcEvtbFZqy4m

रिषभ तिवारी की रिपोर्ट :

R.O. No. 13098/21
R.O. No. 13098/21
R.O. No. 13098/21

धरमजयगढ़ :-  धरमजयगढ़ क्षेत्र में ख़राब धान बीज की सप्लाई की वजह से अब कई किसान दाने-दाने को मोहताज हैं और मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं। मुआवजा न मिलने की स्थिति में किसानों को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है।

AVvXsEjJGF WVPqpcH2WSjFHrZMztffI4sJ lcLs SUD0mUkNCV1W5Z6qvlSOYcRCw9oTOl08b5lR qJ6v3X5L066yRKJRyIjtDwk7FX1t3jA628FU2LjIleRDr4 BD4dOV1S5v3RqHDQr6K1bAXiB7tgE854b CJRLEsunSsn0UdZYn0GK3drJAAfNnvc0I3g=w240 h320


दरअसल कृषि विभाग की तरफ से धान का बीज किसानों को बेचा गया था। किसानों ने अपने खून-पसीने से इस फसल को बोया और सींचा लेकिन फसल जब तैयार हुई तो ख़राब बीज की वजह से धान में बालियां तो लगी लेकिन बालियों में बीज ही नहीं हुए।

इस संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक संबंधित ग्रामसेवक द्वारा धरमजयगढ़ क्षेत्र के कई किसानों को किसान मित्र के सहयोग से आर पी बायो 226 किस्म का धान बीज प्रदान किया गया था। जिसमें किसानों को बताया गया था कि उक्त धान पतला धान होने के साथ साथ 130 दिन में पक कर तैयार हो जाता है, साथ ही कम लागत व कम पानी मे उपज होने वाली फसल के रूप में क्षेत्र के किसानों को यह धान बीज दिया गया था। वहीं लघु सीमान्त किसानों के लिए आधा दर में बीज उपलब्ध कराया गया था। जिसके तहत इन किसानों को 30 kg का बोरी 900 रुपये के दर से प्रदान किया गया था। सरकारी धान बीज की कथित धोखाधड़ी का शिकार हुए क्षेत्र के दो गांव के किसानों की बात करें तो बंगरसुता में पवन सिंह, लालन सिंह, तेज प्रताप सहित अन्य किसानों ने इस धान की रोपाई अपने अपने खेतों में की थी। वहीँ महराजगंज गांव के चनेश राम राठिया, अभिमन्यु राठिया, छत्रसाल, अरुण सहित दर्जनों किसान धान के बीज के दुष्प्रभाव  का खामियाजा भुगत रहे हैं। वहीं बंगरसुता के एक किसान ने बताया कि वह तीन एकड़ भूमि में 90 बोरी धान उपार्जित करता था जो आज इस बीज को लगाने के बाद 9 बोरी धान की पैदावार हो पाना मुश्किल लग रहा है।

किसानों का आरोप है कि उन्हें पैसे लेकर सरकार की तरफ से धान का बीज दिया गया था, लेकिन इन बीजों की खराब किस्म की वजह से धान में बालियां तक नहीं लगीं और जहां बालियां लगी भी हैं तो उनमें बीज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जहां एक बीघे में 6-7 क्विंटल धान की पैदावार होती थी अब एक क्विंटल भी मुनासिब नहीं हो पायेगा।

इस संबंध में धरमजयगढ़ वरिष्ठ क़ृषि विस्तार अधिकारी ए के पटनायक ने फोन पर बताया कि कई ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से इस तरह की शिकायतें मिली हैं। जिसके संबंध में जिला प्रशासन एवं बीज निगम को अवगत कराया गया है। मुआवजे के बारे में उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों से प्राप्त दिशानिर्देश के अनुसार आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

R.O. No. 13098/21
R.O. No. 13098/21

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment