डेस्क — खबर खुलेआम
या सालो से एक ही पद पर बैठे लोगो के भरोसे उतरेगी चुनावी मैदान में
जीपीएम — राष्टीय कांग्रेस नेतृत्व ने तीन राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले है वही जिन राज्यों में चुनाव होना है जैसे मध्यप्रदेश राजस्थान संगठन में बदलाव करके निष्क्रिय पड़े ब्लाक अध्यक्ष जिला अध्यक्ष की नियुक्ति लगातार हुई है । पर छत्तीसगढ़ में संगठन साइलेंट मोड़ में चली गई है जबकि विधानसभा चुनाव होने में केवल 5 माह का समय बचा है , छत्तीसगढ़ में साल के आखिरी में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के साथ कांग्रेस ने भी चुनावी बिगुल फूंक दिया है। कार्यकर्ताओं को चार्ज करने सम्मेलन का दौर चल रहा है । जिसमे कार्यकर्ताओ को सरकार की योजनाओ के बारे में बताया जा रहा है जिसे कार्यकर्ता बूथ सेक्टर जोन में जाकर मतदाताओ को सरकार की योजनाओ को बता कर वोट मांगेंगे।
आपको बता दे की छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुछ जिलो में जिला अध्यक्ष बदलने के लिए कई बार बोल चुके है और उन्होंने जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला अध्यक्ष को बदलने के लिए बैठक में भी बोला गया
क्योंकि सरकार के पास एजेंसियां होती है जिसके माध्यम से जिला ब्लाक की रिपोर्ट होती है चुनाओ संगठन का इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है । कई ऐसे विधानसभा सीट है जहां कांग्रेस संगठन कमजोर लग रही है जहां बदलने की आशा स्थानीय कार्यकर्ता बनाए रखे है ।अभी नवीन जिला बना है जहां नए जिला अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हुई है सालों से एक ही संगठन से कार्यकर्ताओं में जोश नजर नहीं आ रहा और अंदर ही अंदर नाराज हो रहे है । वही बीजेपी छत्तीसगढ़ संगठन में लगातार बदलाव करके संगठन को मजबूत कर रही है कुछ नेताओं का कहना है कि संगठन में नए कार्यकर्ताओ को जिम्मेदारी मिलने से जोश जुनून नई ऊर्जा का संचार होता है वही दूसरे ओर सालों से एक ही पद में पड़े लोग को देख के कार्यकर्ताओं में निराश होने की बात कही जा रही है । एक साल पूर्व नए राष्टीय अध्यक्ष खड़गे बनाए गए तो कार्यकर्ताओं को लगा कि प्रदेश से लेकर जिला ब्लाक में बदलाव होगा परंतु छत्तीसगढ़ कांग्रेस का संगठन के मामले में साइलेंट मोड में जाने से नए कार्यकर्ताओ में चिंता का लकीरें खींच गई है।